कालमांजन जंगल में वन्यप्राणी के हमले से दो की मौत; एक घायल

अंबिकापुर, उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा अंचल के आस्था के प्रमुख केंद्र कुदरगढ़ धाम से लगे कालामांजन के जंगल में वन्यप्राणी के हमले से एक ग्रामीण की मौत हो गई। दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।बाद में वन्यप्राणी के हमले से घायल कैलाश सिंह नामक व्यक्ति की भी मौत हो गई। घटना में मृतकों की संख्या अब दो हो गई है।
ग्रामीणों की मानें तो जंगल गए ग्रामीणों ने भी वन्यप्राणी पर टांगी से प्रहार किया है। क्षेत्रवासियों द्वारा बाघ के हमले से मौत का दावा किया जा रहा है। वन विभाग की ओर से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि बाघ के हमले से मौत हुई है या तेंदुआ ने हमला कर ग्रामीण को मार डाला है।घायल ग्रामीण भी इसकी पुष्टि नहीं कर पा रहे है।
घटना सोमवार की सुबह लगभग छह बजे की बताई जा रही है।बताया गया है कि सोमवार की सुबह कालामांजन के समय लाल (32),कैलाश सिंह (35), राय सिंह (30) जंगल की ओर लकड़ी लेने जा रहे तभी अचानक वन्य प्राणी ने हमला कर दिया जिससे समयलाल की मौत हो गई जबकि दो लोग जख्मी हो गए है। वन विभाग के अनुसार क्षेत्र में तेंदुए के विचरण की खबरे थी लेकिन यह गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगा क्षेत्र है ऐसे में बाघ का भी विचरण संभावित है।
यह स्पष्ट नही है कि हमला बाघ ने किया या तेंदुए ने,लेकिन इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत है। नवरात्र में कुदरगढ़ में मेला लगा है। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। कुदरगढ़ के नजदीक हुई इस घटना से मेला स्थल में भी लोग सशंकित है। कुदरगढ़ मेला स्थल से लगभग तीन किलोमीटर दूरी पर कालामंजन ग्राम है।वहीं पर घटना से श्रद्धालु भी दहशत में है।


