बच्चों के विवाद में भिड़े हिंदू-मुस्लिम समुदाय; एक की मौत, नौ गिरफ्तार
दुर्ग, छत्तीसगढ के बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा के ग्राम बिरनपुर में दो स्कूली बच्चों के बीच हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इसमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने तलवार से एक हिंदू युवक की हत्या कर दी। मामले में दर्जन भर से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
पुलिस ने ग्यारह आरोपियों में से नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। यहां जैमर भी लगाया है। दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबडा, बेमेतरा के पुलिस अधीक्षक-कलेक्टर के साथ कवर्धा, राजनांदगांव, दुर्ग के पुलिस अधीक्षक भी यहां पहुचे है।
शनिवार की सुबह दो स्कूली छात्रों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट मारने को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान एक अन्य मुस्लिम युवक ने एक छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी। इसमें उसका हाथ फैक्चर हो गया। इस घटना की जानकारी बच्चों के घरों तक पहुंची तो दोनों समुदाय आमने-सामने हो गए। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू के घर में घुसकर तलवार से एक युवक भुनेश्वर साहू पिता ईश्वर साहू की हत्या भी कर दी। करीब दर्जन भर लोग घायल हो गए। साजा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उनका इलाज चल रहा है। वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को रायपुर रेफर किया है। मामले को शांत कराने के लिए जब पुलिस फोर्स ग्राम बिरनपुर पहुंची तो पुलिस के ऊपर भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथराव किया। इसमें सहायक उपनिरीक्षक बी आर ठाकुर भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें रायपुर रेफर किया है।
बिरनपुर में हिंदू और मुसलमान दोनों लगभग बराबर की संख्या में निवास करते हैं। दोनों समुदाय के बीच लगभग चार माह पहले हिंदू-मुस्लिम युवक युवती के विवाह के चलते भी विवाद हुआ था। जहां पर भाजपा सहित बजरंग दल व हिंदू संगठन ने भी हिंदू युवती की मुस्लिम युवक से शादी का विरोध किया था लेकिन उस दौरान मामला शांत हो गया था। इस घटना को भी उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
पूरा गांव छावनी में तब्दील
यह घटना दोपहर 12 बजे के आसपास की बताई जा रही है। तब से लेकर अब तक दोनों समुदाय के बीच जहां जमकर विवाद की स्थिति बनी। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बेत प्रहार भी किया तब पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी भी की गई। घटना के बाद जहां पुलिस अधीक्षक ने स्वयं मोर्चा संभाला और आसपास के जिले से भी पर्याप्त संख्या में पुलिस बल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बुलाया गया है, जिसके चलते पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया।