बारिश से ठेकेदारों की चांदी;एक डम्पर रेत की कीमत 10 हजार के पार
रायपुर, राजधानी समेत आसपास के इलाकों में तीन दिन लगातार बारिश क्या हुई रेत ठेकेदारों ने एक डम्पर रेत की कीमत 10 हजार के पार कर दी है। बारिश के पहले तक एक डम्पर रेत 6500 से 7500 के बीच मिल रही थी।
घाट में पानी भरने का हवाला देकर कीमतें सीधे साढ़े तीन हजार तक बढ़ा दी गई हैं। जरूरत के अनुसार लोगों से 12 हजार तक वसूले जा रहे हैं। रेत सप्लायरों की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि लगातार बारिश से नदियों में पानी चढ़ रहा है। अब रेत निकालना मुश्किल हो रहा है। पिछले महीने नदी के बीच में जाकर भी रेत निकाली जा रही थी, लेकिन अब किनारों से ही रेत मिल रही है।
इस बीच पता चला है कि रेत घाटों पर जिस सिंडीकेट का दबदबा है उन्होंने रेत लोडिंग का शुल्क बढ़ा दिया है। इस वजह से रेत की कीमतें एकाएक इतनी बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और बिल्हा के विधायक धरमलाल कौशिक ने सोशल मीडिया में एक वीडियो जारी किया है। इसमें बिलासपुर के कुछ रेत घाटों के साथ ही आरंग के चिखली और हरदीडीह रेत घाट का भी वीडियो शेयर किया गया है।
उनका कहना है कि इन दोनों रेत घाट का ठेका अभी अधिकृत रूप से हैंडओवर नहीं किया गया है। इस वजह से अवैध रेत लोडिंग जारी है। रेत सिंडीकेट वाले खुलेआम मशीन लगाकर रेत की लोडिंग कर रहे हैं। इसके लिए सप्लायर और गाड़ी वालों से मनमाना शुल्क लिया जा रहा है।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ रेत परिवहन संघ ने पिछले महीने ही रेत घाटों में अवैध लोडिंग की शिकायत की थी, लेकिन इस मामले में जिला खनिज अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस वजह से अभी बारिश के दौरान भी रेत का खनन जारी है। चौंकाने वाली बात यह है कि एक विधायक के सोशल मीडिया में वीडियो वायरल करने के बाद भी खनिज विभाग के अफसर मौके पर नहीं पहुंचे।