राजनीति

कांग्रेस विधायकों की परफार्मेंस जांचने के बाद होगा संगठन का चुनावी विस्तार; गुटबाजी पर रहेगी नजर

रायपुर,  छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के आठ महीने पहले कांग्रेस ने विधायकों की परफार्मेंस की पड़ताल शुरू की है। प्रभारी सचिव सप्तगिरी शंकर उल्का और सह प्रभारी विजय जांगिड़ ने विधानसभा स्तर पर समीक्षा शुरू की है। उल्का बस्तर में सक्रिय हैं, तो जांगिड़ ने बिलासपुर संभाग में दौरा शुरू किया है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो विधानसभा स्तर पर समीक्षा के बाद प्रदेश संगठन में विस्तार किया जाएगा।

प्रभारी अपने प्रवास के दौरान न सिर्फ विधायकों के कामकाज और सक्रियता की समीक्षा कर रहे हैं, बल्कि संगठन में शामिल करने वाले नेताओं की भी तलाश कर रहे हैं। चुनावी साल में प्रदेश संगठन में सचिव और संयुक्त महासचिवों की नियुक्ति होनी है। इन नियुक्ति में क्षेत्रीय समीकरण के साथ जातिगत समीकरण को कांग्रेस साधने की कोशिश करेगी।

चुनावी साल में प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर भी कांग्रेस कवायद कर रही है। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो पिछले चुनाव के फार्मूले को पार्टी अपनाने की तैयारी में है। प्रदेश अध्यक्ष के साथ दो कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम बस्तर संभाग से आते हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग संभाग से आते हैं। ऐसे में रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा संभाग में से किसी नेता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की संभावना जताई जा रही है। पार्टी का एक गुट प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के बदलने की भी चर्चा कर रहा है। इस गुट का दावा है कि मुख्यमंत्री बघेल की पसंद का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। हालांकि प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने इस तरह के किसी बदलाव पर खुलकर स्थिति स्पष्ट नहीं की है।

पुराने नेताओं को लाएंगे संगठन में

पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीट पर जीत दर्ज की थी। पिछले चार साल में हुए सभी उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस विधायकों की संख्या 71 तक पहुंच गई है। वर्तमान में 19 विधानसभा सीट पर कांग्रेस के विधायक नहीं है। यहां पिछले चुनाव में उम्मीदवार बनाए गए नेताओं में से कुछ को प्रदेश संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है। कुछ चुनावी मैदान में दोबारा उतरने की तैयारी में हैं।

युवा नेताओं की तलाश

बताया जा रहा है कि विधानसभा की समीक्षा के दौरान प्रभारी केंद्रीय संगठन में तय हुए फार्मूले पर भी काम कर रहे हैं। कांग्रेस संगठन ने तय किया है कि चुनाव में 50 वर्ष से कम उम्र वालों को 50 प्रतिशत टिकट दी जाएगी। सत्ता और संगठन में महिलाओं और युवाओं की भागीदारी बढ़ेगी। ऐसे में कांग्रेस नेता इस संतुलन को बनाने पर भी नेताओं से राय ले रहे हैं। नए बदलाव में यह फार्मूला नजर आने की उम्मीद की जा रही है।

विधान सभा क्षेत्र में गुटबाजी की पड़ताल

पार्टी उन विधायकों की भी पड़ताल कर रही है, जिसके क्षेत्र में संगठन की उपेक्षा की गई है। करीब 18 विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय नेताओं ने विधायक का विरोध किया है। प्रदेश प्रभारी से लेकर मुख्यमंत्री तक इसकी शिकायत पहुंची है। अब उन शिकायतों की जमीनी स्तर पर पड़ताल शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि नाराज नेताओं से प्रभारी वन टू वन मुलाकात कर रहे हैं। इसकी रिपोर्ट प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा को सौंपी जाएगी।

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