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मोह ही प्राणियों को संसार की ओर खींचता है; जीवन में पुत्र प्राप्ति आवश्यक-डॉ इन्दुभवानन्द

रायपुर, श्री महामाया मंदिर सार्वजनिक न्यास ट्रस्ट समिति पुरानी बस्ती रायपुर के सचिव व्यास नारायण तिवारी एवं न्यासी पं विजय कुमार झा ने बताया है कि मंदिर समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण की कथा के दूसरे दिन के प्रसंग को विस्तार देते हुए ब्रह्मलीन जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य तथा शंकराचार्य आश्रम के प्रभारी डॉ इन्दुभवानन्द महाराज ने बताया कि मोह ही ममता का कारण है। मोह से आकर्षित होकर ही व्यक्ति एक दूसरे के प्रति समर्पित होता है, और संसार के गर्त में फंस जाता है।  इसे धर्मशास्त्र में अविद्या कहते हैं। यह भी भगवती महामाया का स्वरूप है। जब तक महामाया के स्वरूप का ज्ञान नहीं होता है, तब तक जीव संसार के बंधन में फंसा रहता है। प्राचीन काल में सत्यवती के पुत्र व्यास जी भी सरस्वती नदी के किनारे अपने आश्रम में गौरैया पक्षी का जोड़ा देख कर के मोह ग्रस्त हो गए थे और विचार कर कहने लगे थे कि संसार में संसार का सर्वोत्तम सुख पुत्र प्राप्ति ही है। पुत्र रहित मनुष्य की ना तो सद्गति होती है और ना ही उस ईश्वर की प्राप्ति होती है। अतः परलोक के साधन के लिए पुत्र से बढ़कर अन्य कोई उपाय नहीं है। पुत्र प्राप्ति के लिए चिंता ग्रस्त देखकर नारद जी ने उनकी चिंता का कारण पूछा तब व्यास जी ने बताया की संतानहीन व्यक्ति की सद्गति नहीं होती है। उसे कभी भी सुख अनुभूति नहीं हो सकती है। इसी बात को लेकर मैं चिंतित हूं। नारद जी ने व्यास जी की चिंता का कारण जानकर उन्हें परांबा भगवती महामाया की उपासना का आदेश दिया। नारद जी के निर्देशानुसार वेदव्यास ने महामाया की उपासना करके श्री सुखदेव जी को पुत्र के रूप में प्राप्त किया। आगे कथा व्यास ने श्रीमद् देवी भागवत की विभिन्न कथाएं के सारगर्भित प्रसंगों को संक्षिप्त रूप में  प्रस्तुत किया। हजारों की संख्या में भक्त गणों ने प्रसाद प्राप्त किया यह कथा प्रतिदिन अपरान्ह 3 बजे से संध्या 6  बजे तक आयोजित है। न्यास समिति ने धर्मप्रिय श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर पुण्य लाभ प्राप्त करने का अनुरोध किया है। प्रवचन के दौरान मनमोहक देवी भक्तिगीत एवं हृदयस्पर्शी आरती गायन में मां मानस मंडली धाराशिव बलौदा बाजार के गायक तरुण कुमार, हिमांशु यादव, तबला में साथ देने वाले कमलेश निषाद, हारमोनियम पर संगत करने वाले आशीष साहू भी श्रद्धालुओं भक्तजनों का दिल जीत रहे हैं। श्रीमद् देवी भागवत का कथा स्थल से सीधा प्रसारण मंदिर के आचार्य पं मनोज शुक्ला के यू ट्यूब पर भी किया जा रहा है।

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