स्वास्थ्य

एम्स में रुमेटोलॉजी ओपीडी शुरू; गाठिया-वात बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर

रायपुर, एम्स रायपुर के सामान्य चिकित्सा विभाग द्वारा इंडियन रुमेटोलॉजी एसोसिएशन और एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (सीजी स्टेट) के सहयोग से 22 और 23 जुलाई को एम्स रायपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय रुमेटोलॉजी सम्मेलन (वात रोग, गाठिया वात) का आयोजन किया गया। यह एम्स में रुमेटोलॉजी (वात रोग) पर अब तक के पहले सम्मेलनों में से एक है।

एम्स दिल्ली, पीजीआई चंडीगढ़, एनआईएमएस हैदराबाद के वरिष्ठ संकायों ने इस सम्मेलन में भाग लेने वाले भारत भर के लगभग 150 प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर इंडियन रुमेटोलॉजी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बी जी धर्मानंद ने रुमेटोलॉजिकल बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और ऐसी बीमारियों के इलाज के लिए सुविधा स्थापित करने पर जोर दिया।

एम्स रायपुर के डीन प्रो. आलोक अग्रवाल ने कहा कि एम्स रायपुर ने जरूरत को पहचाना है और रुमेटोलॉजी सेवा शुरू की है। मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. विनय पंडित ने बताया कि मेडिसिन विभाग ने प्रशिक्षित रुमेटोलॉजिस्ट डॉ. जॉयदीप और डॉ. झसकेतन के साथ सप्ताह में तीन दिन चलने वाली रुमेटोलॉजी ओपीडी शुरू की है और उम्मीद है कि इससे छत्तीसगढ़ राज्य के रुमेटोलॉजिकल रोगों (वात रोग, गाठिया वात) से पीड़ित रोगियों की देखभाल में सुधार होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button