कानून व्यवस्था

4 JD, 1 DEO, 3 सहायक संचालक सहित 11 सस्पेंड; संशोधन में खेला करने वाले अफसरों की खुल गई पोल

रायपुर,  छत्तीसगढ़ में शिक्षक पोस्टिंग संशोधन घोटाले में अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। प्रमोशन में संशोधन के नाम पर बड़े पैमाने पर हुई धांधली में अब तक 4 संयुक्त संचालक, 1 DEO, तीन सहायक संचालक, एक डाईट प्राचार्य और दो BEO को सस्पेंड किया गया है। शिक्षा विभाग में पदस्थापना संशोधन घोटाले के मामले को लेकर 11 अफसरों के खिलाफ कार्रवाई का छत्तीसगढ़ में यह पहला मामला है।

रायपुर के संयुक्त संचालक, दुर्ग के संयुक्त संचालक, सरगुजा के संयुक्त संचालक और बिलासपुर के संयुक्त संचालक पर कार्रवाई हो चुकी है। बस्तर के संयुक्त संचालक की रिपोर्ट अभी आयी नहीं है। रायपुर में एक साथ 8 अफसरों पर कार्रवाई हुई। कुल मिलाकर अब तक 11 अफसरों पर गाज गिर चुकी है।

रायपुर में 778 आवेदन में से 543 का किया गया संशोधन
संयुक्त संचालक रायपुर का तबादला पिछले दिनों ही हो गया था, लेकिन आरोप है कि जाने से पहले उन्होंने करीब 543 संशोधन किये। जिन आठ अफसरों को सरकार ने निलंबित किया, उन पर आरोप ये था कि प्रमोशन के लिए राज्य सरकार ने जो कमेटी बनायी थी, उसमें तत्कालीन जेडी के कुमार, डीईओ बलौदाबाजार सीएस ध्रुव, डाईट प्राचार्य आरके वर्मा, सहायक संचालक डीएस ध्रुव, सहायक संचालक शैल सिन्हा और सहायक संचालक उषा किरण खलको को शामिल किया गया था।

रायपुर में संशोधन के लिए 778 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिस पर फैसला लेने के लिए सीएस ध्रुव डीईओ बलौदाबाजार, एसके गेंदले शिखंशिअ सिगमा, संजय पुरी गोस्वामी शिखशिअ धरसींवा, सीएस ध्रुव सहायक संचालक और आरके वर्मा प्राचार्य डाईट की कमेटी बनायी गयी थी। इस कमेटी ने 565 शिक्षकों के पोस्टिंग में संशोधन की अनुशंसा की। जिसमें से 543 शिक्षकों के पोस्टिंग में संशोधन किया गया। वहीं आरपी दास विकासखंड शिक्षा अधिकारी गरियाबंद को शिकायत के आधार हटाया गया था, लेकिन तत्कालीन जेडी ने उसे कार्य करने के लिए अटैच किया।

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