कानून व्यवस्था

CRIME; आदिवासी छात्रावास से गायब छात्राओं ने लगाया आरोप- अधीक्षिका करती है गाली-गलौच और मारपीट

बिलासपुर, मुंगेली जिले के पथरिया स्थित शासकीय प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास में निवासरत 9वीं कक्षा की दो छात्राएं करीबन 12 घंटे लापता रहीं. परिजनों के द्वारा बरामद किए जाने के बाद छात्राओं ने हॉस्टल अधीक्षिका व अन्य दो महिला कर्मचारियों पर गाली-गलौच और मारपीट करने का आरोप लगाया है. मामले की जांच के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग ने दल का गठन कर दिया है. दल की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही गई है.

छात्राओं के अनुसार, उनके लापता होने के पीछे सप्ताह भर पहले छात्रावास में घटित घटना है, जिसमें एक महिला करंट की चपेट में आ गई. महिला तो बच गई, लेकिन उसके करंट की चपेट में आने से फड़फड़ाने का वीडियो विभाग के उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया. जांच के लिए पहुंचे अधिकारी के समक्ष इन छात्राओं ने करंट वाली घटना से लेकर हॉस्टल की खान-पान व अन्य अव्यवस्थाओं की जानकारी दी.

छात्रा एवं परिजनों का आरोप है कि इस घटना से क्षुब्ध होकर हॉस्टल अधीक्षिका शीला नवरंग व दो अन्य महिला कर्मचारी उनके साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे. इससे तंग आकर दोनों गुरुवार को हॉस्टल से निकल गईं थीं. छात्राएं और उनके परिजनों ने पुलिस से लेकर विभागीय अधिकारियों के समक्ष हॉस्टल अधीक्षिका और महिला कर्मचारियों को हटाते हुए उचित कार्रवाई की गुहार लगाई है.

छात्रावास अधीक्षिका ने कही यह बात

छात्रा एवं परिजनों की शिकायत को लेकर पथरिया थाना प्रभारी अमित गुप्ता ने कहा कि हॉस्टल अधीक्षिका एवं छात्रा के परिजन के द्वारा दो छात्रा के हॉस्टल से गायब होने की सूचना मिली थी. हालांकि, 12 घण्टे के अंदर ही उनके मिलने की सूचना भी मिल गई थी. वहीं संबंधित हॉस्टल अधीक्षिका से जब इस मामले को लेकर जब हमने उनका पक्ष जानना चाहा तब उन्होंने ‘मीडिया में बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हूं’ कहकर पल्ला झाड़ लिया.

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