राजनीति

CM ; लोकसभा चुनाव के पहले छत्‍तीसगढ़ में कौन बनेगा सीएम, दौड़ में ये नाम सबसे आगे, विधायक दल की बैठक रद्द

रायपुर, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 सदस्‍यीय विधानसभा में से 54 सीटोंं पर जीत दर्ज की है। भाजपा की नई सरकार के मुखिया और उसके मुख्यमंत्री समेत 13 सदस्यीय मंत्रीमंडल के गठन को लेकर जनता में उत्सुकता बढ़ गई है। राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अभी संशय है, क्योंकि भाजपा ने इस बार मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए बिना ही चुनाव लड़ा था। राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के कई विधायकों के नाम को लेकर चर्चा हो रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आगामी लोक सभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए दो उप मुख्यमंत्री पर भी विचार किया जा सकता है।

शीर्ष नेता दिल्ली रवाना

भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में जीते हुए सभी भाजपा विधायक एकजुट हुए। यहां भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, चुनाव सह प्रभारी डा. मनसुख मांडविया, संगठन सह प्रभारी नितिन नबीन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने एक-एक विधायकों से चर्चा की। उन्हें अपने क्षेत्र की जनता के प्रति आभार प्रकट करने को कहा। इसके बाद माथुर, मांडविया और नितिन नबीन दिल्ली रवाना हो गए। 

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आगामी लोक सभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए क्षेत्रीय एवं जातीय संतुलन बनाते हुए मुख्यमंत्री एवं मंत्री बनाए जाएंगे, क्योंकि पार्टी के नेता लोक सभा चुनाव के पहले कोई मनमुटाव या विवाद नहींं चाहते। वे शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव निपटाना चाहते है। बहरहाल छत्‍तीसगढ़ में जबरदस्त जीत के बाद अब मुख्‍यमंत्री को लेकर चर्चा तेज हो गई है। भाजपा ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में सभी नए विधायकों को बुलाया था। हालांकि सोमवार को प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और छत्तीसगढ़ भाजपा के चुनाव सह प्रभारी डा. मनसुख मांडविया की मौजूदगी में होने वाली विधायक दल की बैठक रद्द कर दी गई।

ये हो सकते हैं नई सरकार के मंत्री

छत्‍तीसगढ़ में मंत्री के प्रबल दावेदारों में बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, केदार कश्यप, राजेश मूणत, विक्रम उसेंडी, भैयालाल राजवाड़े, पुन्नूलाल मोहिले, रेणुका सिंह, दयालदास बघेल, गोमती साय, पुरंदर मिश्रा, विजय शर्मा शामिल है।

केंद्रीय नेताओं के बयानों से कई मायने

छत्‍तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर केंद्रीय नेताओं द्वारा दिए गए बयानों पर गौर करें तो ओपी चौधरी को लेकर चर्चा तेज है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बिलासपुर में कहा था कि इस बार गरीब मां का लाल मुख्यमंत्री बनेगा। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने मीडिया से चर्चा में कल्पनाओं से विपरीत एक नया चेहरा आने की बात कही थी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी रायगढ़ की सभा में पूर्व आइएएस ओपी चौधरी को बड़ा आदमी बनाने की बात कही थी।

यूथ आइकान ओपी चौधरी

चुनाव में यूथ आइकान रहे और ओबीसी के युवा व सशक्त चेहरे के रूप में ओपी चौधरी का नाम भी आगे रहा है। वे भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बताए जा रहे हैं। इनमें से किसी एक को उप मुख्यमंत्री भी बनाया जा सकता है। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने बताया कि दो से तीन दिनों के भीतर विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button