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बैडमिंटन के दो रत्न बने खेल रत्न….

पुलेला गोपीचंद ने खेल रत्न पुरस्कार  में अपना नाम शुमार किया था उसके बाद पुरुषो में गोपीचंद इकलौते बैडमिंटन पुरुष खिलाड़ी थे। उनके बाद सायना नेहवाल और पी वी सिंधु बैडमिंटन खेल से खेल रत्न बने। इस साल बैडमिंटन खेल के युगल खेलने वाले साईराज  शेट्टी और सात्विक रेंकिरेड्डी ने एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीत कर अपना नाम खेल रत्न के लिए लगभग तय ही कर लिया था।आज इसकी पुष्टि भी हो गई है। इन दोनो की जीत के साथ देश में 57 खेल रत्न हो गए है।

 देश मे 1991 से खेल रत्न पुरस्कार की शुरुआत राजीव गांधी के नाम से शुरु हुआ था। इस साल ये पुरस्कार ध्यानचंद के नाम पर परिवर्तित कर गया है ।  57 खेल रत्नों में सबसे अधिक 7  शूटर्स की है ।

★शूटर्स अभिनव बिंद्रा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गगन नारंग, विजय कुमार, रंजन सोढ़ी जीतूराम औऱ महिलाओ में अंजलि भागवत का नाम है।

 ★कुश्ती में 6 पहलवानों ने खेल रत्न पुरस्कार अपने शानदार प्रदर्शन के बल पर हासिल किया है। सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, बजरंग पुनिया, रवि दहिया, सहित महिलाओ मेंसाक्षी मलिक औऱ विनेश फोगाट इस फेरहिस्त में शामिल है।

 ★हॉकी में 6खिलाड़ी धनराज पिल्ले,सरदार सिंग औऱ रानी रामपाल के बाद भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह औऱ गोलकीपर श्री जेस खेल रत्न बने है।

 ★क्रिकेट में 5खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा और  22 साल से अधिक समय से देश के लिए खेलने वाली मिताली राज खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित हों चुकी है।

★बॉक्सिंग में मेरी कॉम, विजय कुमार सहित  जापान ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना बोरगोहियन शामिल है।

★ बैडमिंटन खेल के रत्न पुलेला गोपीचंद, सायना नेहवाल और ओलम्पिक खेलो में दो पदक जीतने वाली पी वी सिंधु खेल रत्न है। अब इस सूची में चिराग शेट्टी और साईं राज रंकीरेड्डी का नाम जुड़ गया है।

★ टेनिस खेल में लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा खेल रत्न है।

★ नोकायन में होमी मोतीवाला औऱ पुष्पेंद्र गर्ग को खेल रत्न पुरस्कार मिला है।

★ बिलियर्ड्स में गीत सेठी और पंकज आडवाणी को खेल रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है।

  ★ विश्वनाथ आनंद(शतरंज), मोनिका बत्रा(टेबल टेनिस) औऱ  फुटबॉल खेल के सुनील क्षेत्री अपने अपने खेल के इकलौते खेल रत्न है।

★पैरा ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन करनेवाले देवेंद्र झाँझरिया,दीपा मलिक, के  सुमित अंटिल, प्रमोद भगत, अवनि लेकरा, मनीष नरवाल औऱ किशन नागर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से  गौरवान्वित हो चुके है

खेल रत्न पुरस्कार के रूप में एक प्रतीक चिन्ह के साथ 25 लाख रुपये मिलते हैं। खेल रत्न जीतने वाले खिलाड़ियों को आजीवन राजधानी अथवा शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के प्रथम अथवा द्वितीय श्रेणी के वातानुकूलित में सफर करने की सुविधा भी मिलती है। मेरा सुझाव है कि खेल रत्न विजेताओं को कम से कम 1 करोड़ रुपये पुरस्कार स्वरूप दिया जाना चाहिए।

 खेल रत्न में अगर महिलाओ का योगदान देखे तो 55 खिलाड़ियों में से 20 महिला खिलाड़ी- कर्णम मल्लेश्वरी, मीराबाई चानू, एन. कुंजारानी, सानिया मिर्ज़ा, सायना नेहवाल, पी वी सिंधु, अंजलि भागवत, ज्योतिर्मय सिकंदर, के . बीनामोल, अंजु बी जॉर्ज, दीपा करमाकर, रानी रामपाल, अंजलि भागवत, मेरीकॉम, लवलीना बोरगोहियहन, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, मिताली राज,दीपा मलिक औऱ अवनि लेकरा है ।इन सभी महिला खिलाड़ियों को पुरुषों की तुलना में ज्यादा तालियां जाती है क्योंकि सभी ने पुरुष सत्तात्मक व्यवस्था में अपने को स्थापित किया है।

स्तंभकार-संजय दुबे

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