राज्यशासन

DAM;छत्तीसगढ समेत पडोसी राज्यों की आपत्ति के बाद भी पोलावरम सिंचाई परियोजना 2025 में शुरू हो जाएगी? केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट भेजी स्टेटस रिपोर्ट

जगदलपुर, केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में एक स्थिति रिपोर्ट दायर की है, जिसमें ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के बीच पोलावरम विवाद के समाधान के लिए उठाए गए कदमों से अवगत कराया गया है। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंत्रालय ने विवाद को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से निर्देश मांगा है। इससे पहले, केंद्र ने शीर्ष अदालत से पोलावरम परियोजना के संबंध में जानकारी देने को लेकर समय मांगा था।

केंद्र ने कहा था कि विवाद को बातचीत से सुलझाने के लिए बुलाई गई बैठकों के संबंध में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए तीन महीने का समय दिया जाए। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से विवाद को सुलझाने में अग्रणी भूमिका निभाने और जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने के लिए कहा था।

शीर्ष अदालत में तीन वाद दायर

पर्यावरण संबंधी चिंताएं बढ़ाते हुए पोलावरम परियोजना (Polavaram Hydroelectric Project) के खिलाफ ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना द्वारा तीन-तीन वाद शीर्ष अदालत में दायर किए गए हैं। 2018 में ओडिशा ने भी फरवरी 2011 से काम रोकने के आदेश को साल-दर-साल स्थगित रखने के लिए केंद्र के खिलाफ एक अंतरिम आवेदन दायर किया था। ओडिशा ने अदालत से यह निर्देश देने की मांग की थी कि नए पर्यावरण प्रभाव का मूल्यांकन होने तक परियोजना को रोक दिया जाए। इसमें विभिन्न पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन अधिसूचनाओं द्वारा अनिवार्य सार्वजनिक सुनवाई भी शामिल है।

आंध्र प्रदेश ने 2025 में परियोजना शुरू करने का लिया निर्णय

इस बीच आंध्र प्रदेश ने 2025 में पोलावरम सिंचाई परियोजना शुरू करने का फैसला किया है। बात दें कि पोलावरम परियोजना आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले और पूर्वी गोदावरी जिले में गोदावरी नदी पर एक निर्माणाधीन बहुउद्देश्यीय सिंचाई परियोजना है। इस परियोजना को केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिया गया है। इसके जलाशय का पानी डुम्मुगुडेम एनीकट तक (यानी मुख्य नदी के किनारे पोलावरम बांध से लगभग 150 किमी पीछे) और सबरी नदी के किनारे लगभग 115 किमी तक फैला हुआ है।

यह जल छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्यों के हिस्सों में भी जाता है। यह गोदावरी जिलों में पर्यटन क्षेत्र को बड़ा बढ़ावा देता है, क्योंकि जलाशय प्रसिद्ध पापिकोंडा राष्ट्रीय उद्यान को कवर करता है, पोलावरम जलविद्युत परियोजना नदी के मुख्य धारा राष्ट्रीय जलमार्ग नदी के बाईं ओर निर्माणाधीन हैं।

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