कला-साहित्य

SHIV PURAN;अमलेश्‍वर में 27 मई से होगी पं. प्रदीप मिश्रा की कथा,चार लाख श्रद्धालुओं की उमड़ेगी भीड़

रायपुर, मध्यप्रदेश के सीहोर स्थित आश्रम के प्रसिद्ध शिवपुराण कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा 26 मई को राजधानी पहुंच रहे हैं। वे 27 मई से 2 जून तक आयोजित शिवपुराण कथा की व्याख्या करेंगे। महादेव घाट से लगभग चार किलोमीटर की दूरी पर अमलेश्वर के समीप 55 एकड़ क्षेत्र में शिवपुराण कथा की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। अनुमान लगाया गया है कि चार लाख से अधिक श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचेंगे।

श्रद्धालुओं के बैठने के लिए दो लाख वर्गफीट क्षेत्र में तीन भव्य डोम का निर्माण अंतिम दौर में है। एक डोम में एक लाख श्रद्धालु बैठ सकेंगे। वीवीआइपी के लिए दो हजार सोफा, पांच हजार कुर्सियों की व्यवस्था भी की गई है। कथा स्थल के समीप ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है ताकि नौतपा की गर्मी में श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल ना चलना पड़े। कथा स्थल पर 100 से ज्यादा सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। पंडाल के आसपास ठंडकता के लिए फव्वारे भी लगाए जा रहे हैं।

मुख्य आयोजक विशाल खंडेलवाल, पवन खंडेलवाल के अनुसार छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। बाहर से आने वालों के लिए पंडाल में ही सोने की व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रतिदिन 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए भोजन भी बनाया जाएगा।

मंच पर भगवान शिव की झांकी

मंच पर बने व्यासपीठ के पीछे भगवान शिव की झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी। पंडाल में प्रवेश करते ही श्रद्धालुओं को शिवजी के दर्शन होंगे। इसके साथ ही शिव लीला की अनेक झांकियां भी बनाई जा रही है। जलापूर्ति के लिए खुदवाया बोर, 200 वाटर कूलर कथास्थल पर लाखों श्रद्धालुओं को पानी की आपूर्ति के लिए करीब 8 बोर खुदवाए गए हैं। 50 से ज्यादा टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी। 200 वाटर कूलर के साथ ही जगह-जगह फव्वारे बनाए गए हैं। इमरजेंसी सेवा के लिए डाक्टरों की टीम तैनात रहेगी। साथ ही एंबुलेंस और दमकल वाहनों की भी व्यवस्था की गई है।

कथास्थल तक इन रास्तों से पहुंच सकते हैं श्रद्धालु

जो श्रद्धालु शिवपुराण कथा सुनना चाहते हैं वे शहर के तीन प्रमुख मार्गों से कथास्थल पहुंच सकते हैं। नया बस स्टैंड के सामने भाठागांव चौक होते हुए काठाडीह मार्ग से खुड़मुड़ा नदी पुल से होते हुए अमलेश्वर पहुंचे। इसी तरह टाटीबंध से कुम्हारी चौक, परसदा, मगरघटा होते हुए ग्राम भोथली और एम.टी वर्कशाप रोड होते हुए पहुंचे। राजधानी के लोग पुरानी बस्ती, लाखेनगर, रायपुरा, महादेवघाट पुल पार करके अमलेश्वर स्थित कथा स्थल तक पहुंच सकते हैं।

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