राज्यशासन

28 जिलों के संविदाकर्मियों ने दिया इस्तीफा; रायपुर में अनियमित कर्मचारियों ने जलाए ज्ञापन; अरुण साव बोले- सरकार बनते ही पूरी होगी मांग

रायपुर, शुक्रवार को नवा रायपुर के तूता में कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया। इस बीच 28 जिलों में संविदाकर्मियों ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वाले इन कर्मचारियों की संख्या करीब 45 हजार है। अनियमित कर्मचारी मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहे थे। नवा रायपुर में पुलिस ने इन्हें रोका, इसके बाद पुलिस के साथ कर्मचारियों की काफी देर तक धक्का-मुक्की होती रही।

अनियमित कर्मचारी मोर्चा के कर्मचारी सड़क पर उतर गए। कांग्रेस भगाओ के नारे लगाए। ज्ञापन की प्रतियां जला दीं। मौके पर पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि, भाजपा संविदा,अनियमित, दैनिक वेतन भोगी और अन्य प्रकार के अस्थाई कर्मचारियों की मांग को अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी और सरकार बनते ही भाजपा अपना वादा पूरा करेगी।

अरुण साव के साथ प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी, विजय शर्मा और केदार कश्यप सहित भाजपा नेताओं के साथ शुक्रवार को सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैन रतले तूता में आंदोलित कर्मचारियों से आंदोलन स्थल पर पहुंचकर अपना पूरा समर्थन दिया और उन्हें विश्वास दिलाया कि भाजपा की सरकार बनते ही कर्मचारियों की न्यायसंगत मांगें पूरी की जाएंगीं।

अरुण साव ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, धूप, गर्मी, ऊमस और बारिश के बावजूद अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे कर्मचारियों के हजारों परिवार की चिंता करने के बजाय प्रदेश के कांग्रेस नेता एक खानदान, एक परिवार की सेवा-चाकरी और चिंता कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने पिछले चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि सत्ता में आते ही 10 दिन में संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाएगा, लेकिन सरकार वादा पूरा करने में टाल-मटोल करती रही। बहानेबाजी करती रही।

कल रायपुर में इस्तीफे के बंडल सौंपे जाएंगे
संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि, 28 जिलों में कर्मचारियों ने अपने इस्तीफे अलग-अलग जिलों में जिला प्रशासन को सौंप दिए हैं। इसके बाद अब 15 जुलाई को रायपुर के तूता धरना स्थल में इस्तीफे के बंडल सरकार को सौंप दिए जाएंगे, कर्मचारी लगातार वादाखिलाफी सहते आ रहे हैं। हमारी प्रमुख मांग नियमितीकरण है। जिसका वादा खुद कांग्रेस ने किया था इस वजह से कर्मचारियों में आक्रोश है।

ज्ञापन जला दिए, पुलिस से भिड़ें
छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने कहा कि, तूता में धरना प्रदर्शन करते हुए हम मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिये निकले। कर्मचारियों को पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक लगा दिया। कोई भी जिम्मेदार अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं आया, हमने ज्ञापन को जला कर आक्रोश व्यक्त किया। हमारे प्रदर्शन को समर्थन देने नावा कुमार सारणिया, सांसद कोकराझाड़ असम से आए। उन्होंने हमारी मांग को संसद में उठाने की बात कही है।

अनियमित संविदा कर्मचारियों की मांगे जायज है-आप पार्टी , वादाखिलाफी का परिणाम भुगतना होगा-विजय झा 

  छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा, छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी, लोक निर्माण विभाग संविदा कर्मचारी तथा सिविल सप्लाई कारपोरेशन के कर्मचारियों के आंदोलन का तूता धरना स्थल पहुंचकर आम आदमी पार्टी ने समर्थन किया। आम आदमी पार्टी के नेता प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने 10 दिन में नियमितीकरण के वादे को तत्काल पूरा करने की मांग मुख्यमंत्री से की। जिला सचिव एवं कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने हजारों संविदा कर्मचारियों के त्यागपत्र को प्रेम सिंह साय टेकाम के त्यागपत्र से जोड़ते हुए कहा कि जिन्होंने त्यागपत्र दिया है। यह पार्टी व सरकार को त्याग दिया गया माना जाना चाहिए।

प्रदेश प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने पार्टी और संगठन सदा संघर्ष में साथ देने का वचन दिया। देर शाम तक नियमित कर्मचारी गोपाल प्रसाद साहू, रामकुमार सिन्हा चितरंजन यादव के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर बैठे रहे तथा उन्होंने साढ़े 4 साल तक ज्ञापन देने और आज ज्ञापन न देकर उसकी प्रतियां जलाने का निर्णय लिया। बिना ज्ञापन दिये वापस लौट आए। वही कॉसलेस तिवारी एवं सूरत सिंह ठाकुर के नेतृत्व में 54 विभागों के सर्व विभागीय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने अपनी सेवा से सरकार को त्यागपत्र सौंपा। जिसे कोमल हूपेंडी एवं विजय कुमार झा ने दुर्भाग्यपूर्ण निरूपित किया है। सिविल सेवा सर्विसेज फेडरेशन अध्यक्ष नंदकिशोर कुसरे एवं डी एल चौधरी के नेतृत्व में लगातार अनिश्चितकालीन आंदोलन पर धरना दे रहे हैं। मांग पूरी ना होने पर 17 जुलाई को सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी जेल भरो आंदोलन करेंगे।

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