मध्यान्ह भोजन कर्मचारी महासंघ ने बूढ़ा तालाब में धरना दिया; वादाखिलाफी से नाराजगी बढी
रायपुर, छत्तीसगढ़ मध्यान्ह भोजन रसोईया कर्मचारी महासंघ द्वारा बूढ़ातालाब धरना स्थल पर कलेक्टर दर घोषित न करने एवं न्यूनतम वेतनमान देने के लिए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। कल 24 मार्च से अनिश्चितकालीन आंदोलन की घोषणा की गई है।
मध्यान भोजन रसोईया कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष नीलू ओंगरे तथा प्रदेश संरक्षक विजय कुमार झा ने बताया है कि मध्यान भोजन रसोईया कर्मचारियों के लगातार 1 साल आंदोलन के बाद प्रथम 6 माह के आंदोलन में में 1300/- से बढ़ाकर 1500/-रु प्रति माह किया गया जो ₹50 रोजी के बराबर है। इसके बाद अभी मुख्यमंत्री द्वारा पंद्रह सौ से बढ़ाकर अट्ठारह सौ किया गया जो ₹60 रोजी के बराबर है। श्रम कानून और श्रमिकों का व्यापक शोषण होने से नाराज मध्यान भोजन कर्मचारी महासंघ के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि 8 घंटा श्रमदान के बाद मात्र 1800/-रू मानदेय मिल रहा है। सभी मध्यान भोजन कर्मी इस्तीफा देकर 2500 बेरोजगारी भत्ता की मांग कर रहे हैं। मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रहेगा।