राज्यशासन

सरकार की दोगली नीति से सफाई कर्मचारी फिर नाराज

रायपुर, छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी महासंघ के सदस्यों द्वारा तूता रायपुर में 19 मार्च को प्रदर्शन किया गया। अब राज्य शासन को रास नहीं आ रहा है। प्रदर्शन के दौरान 19 प्रदर्शनकारियों पर मारपीट बलवा का सीआरपीसी की धारा 107 116 के तहत पुलिस द्वारा अपराध पंजीबद्ध किया गया है। दूसरी तरफ मंत्रालय के उच्च अधिकारी 1 अप्रैल से 7 अप्रैल के बीच मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात कराने की बात कर विधिवत पत्र भी जारी किए। इस दोनों ही बात से स्कूल सफाई कर्मचारियों में पुनः आक्रोश व्याप्त हो गया है।

  स्कूल सफाई कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष खांडेकर एवं संरक्षक विजय कुमार झा ने बताया है कि बूढ़ा तालाब धरना स्थल को हटाकर नवा रायपुर तूता धरना स्थल बनाया गया है। क्योंकि 100 से अधिक प्रदर्शनकारी थे, इसलिए तूता में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। तदनुसार जिला प्रशासन द्वारा अनुमति भी दी गई। प्रदर्शनकारी मानदेय में वृद्धि को ऊंट के मुंह में जीरा निरूपित करते हुए बजट सत्र में किए गए घोषणा को वापस लेने तथा कलेक्टर दर पर नियुक्ति देने, ऐसा न करने पर स्कूल सफाई कर्मचारियों का त्यागपत्र मंजूर कर उन्हें बेरोजगार मानते हुए 25 सौ रुपए बेरोजगारी भत्ता के समान पारिश्रमिक दिए जाने की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग की तथा धरना प्रदर्शन किया। लगातार आंदोलन, उसके बाद अधिकारियों का आश्वासन, फिर समिति का गठन कर साढ़े 4 साल तक सरकार का अनिर्णय की दोषी रही है।

अंततोगत्वा पुलिस प्रशासन द्वारा 20 प्रतिनिधियों का प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय में ले जाकर उच्च अधिकारियों से संपर्क कराएं। संपर्क के बाद विधिवत एक पत्र संघ के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष खांडेकर को दिया गया कि 1 अप्रैल से 7 अप्रैल के बीच मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात कराई जाएगी। दूसरी ओर जो प्रतिनिधिमंडल गए थे, उनके ऊपर मारपीट बलवा का अपराध पंजीबद्ध कर दिया गया। इस प्रकार सरकार की दोहरी नीति से स्कूल सफाई कर्मचारियों में व्यापक आक्रोश है। संघ के मीडिया प्रभारी प्रदीप वर्मा, भीम पटेला, प्रदीप पलांगे, छाया साहू, सुखचरण साहू आदि नेताओं ने सरकार की दोहरी नीति की निंदा करते हुए तत्काल कलेक्टर दर पर पारिश्रमिक भुगतान करने की मांग की है। ऐसा न होने पर और उग्र आंदोलन किए जाने का निर्णय लिया गया है।

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