SOFIA; कौन हैं ओडिशा की पहली मुस्लिम महिला विधायक सोफिया फिरदौस, पढ़ाई के मामले में कई नेताओं को देती हैं टक्कर
भुवनेश्वर , कांग्रेस नेता सोफिया फिरदौस ने ओडिशा में पहली मुस्लिम महिला विधायक बनकर इतिहास रच दिया। प्रबंधन और सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री रखने वाली 32 वर्षीय फिरदौस 4 जून को घोषित ओडिशा विधानसभा चुनाव परिणामों में बाराबती-कटक सीट पर जीत हासिल कर सभी नेताओं को चौंका दिया है।
सोफिया फिरदौस बाराबती-कटक सीट पर भाजपा के पूर्ण चंद्र महापात्र को 8,001 वोटों के अंतर से हराया, जहां बीजू जनता दल (बीजेडी) के प्रकाश चंद्र बेहरा तीसरे स्थान पर रहे। सोफिया फिरदौस वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद मोकिम की बेटी हैं, जो भ्रष्टाचार के मामले में अयोग्य ठहराए जाने से पहले उसी सीट से विधायक थे। इसके बाद कांग्रेस ने उनकी बेटी सोफिया फिरदौस को इस सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया।
86 साल में बनीं सिर्फ 141 विधायक
ओडिशा में 1937 से अब तक 141 महिलाएं विधायक बन चुकी हैं, लेकिन कभी मुस्लिम महिला विधायक नही रहीं। पहली बार है, जब कोई मुस्लिम महिला ने ओडिशा विधानसभा में जीत हासिल की है। सोफिया बाराबती-कटक के पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम की बेटी हैं। उनसे पहले कोई भी मुस्लिम महिला विधानसभा में नहीं बैठी।
कितनी पढ़ी लिखी हैं सोफिया फिरदौस
32 वर्षीय सोफिया फिरदौस (Sofia Firdous),भुवनेश्वर में KIIT विश्वविद्यालय के तहत कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। सोफिया क्रेडाई चैप्टर की प्रमुख बनने वाली भी पहली महिला हैं। सोफिया ने शुरुआत से ही अलग क्षेत्र चुना। उन्होंने केआईआईटी विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग की। सिविल इंजीनियरिंग वह फील्ड है, जो बहुत कम लड़कियां चुनती हैं। बीटेक पूरा करने के बाद, उन्होंने 24 साल की उम्र में रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रवेश किया।
इससे पहले फिरदौस पिता की कंपनी में निदेशक थीं
चुनाव में आने से पहले फिरदौस अपने पिता की मेट्रो बिल्डर्स कंपनी की निदेशक थीं। वह कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) की भुवनेश्वर इकाई से भी जुड़ी हुई हैं। चुनाव आयोग को सौंपे गए उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, फिरदौस पर कोई आपराधिक आरोप नहीं है। उनकी कुल संपत्ति लगभग 3.64 करोड़ रुपये है और उन पर लगभग 28 लाख रुपये की देनदारियां हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में, फिरदौस के पिता, मोकिम ने बीजद के देबाशीष सामंतराय के खिलाफ बाराबती-कटक सीट 2,123 वोटों से जीता था।
नंदिनी सत्पथी को मानती हैं रोल मॉडल
सोफिया ने कहा, ‘एक मुस्लिम महिला होने के नाते मैं समझती हूं कि मैंने इतिहास रच दिया है। लेकिन विधानसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व प्रभावशाली नहीं है। 147 विधायकों में से इस बार हमारे पास केवल 11 महिला सदस्य हैं। संख्या बढ़नी चाहिए। महिलाओं को राजनीति सहित हर क्षेत्र में आगे आना चाहिए। महिलाएं मुझे रोल मॉडल के रूप में देख सकती हैं। मेरी आदर्श राजनीतिज्ञ पूर्व मुख्यमंत्री नंदिनी सत्पथी हैं।’
बुलाते हैं मुस्कुराने वाली विधायक
सोफिया ने कहा कि लोगों ने उन्हें ‘मुस्कुराने वाली विधायक’ के नाम से बुलाते हैं। ‘मैं बहुत खुशमिजाज हूं और लोगों से मुस्कुराते हुए मिलती हूं। चुनाव प्रचार के दौरान मेरी टैगलाइन ‘कटक की बेटी, कटक की बहू’ ने मतदाताओं का ध्यान खींचा। मैंने अपने विरोधियों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा। वास्तव में, मैं महापात्रा का बहुत सम्मान करती हूं क्योंकि वह मेरी डॉक्टर भी हैं।’