POPE; ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरू का ऐलान,रॉबर्ट प्रीवोस्ट बने 267वें कैथोलिक पोप
राबर्ट

नईदिल्ली, गुरुवार को साइयों के सबसे बड़े धर्म गुरू का ऐलान हो गया है। अमेरिकी पादरी रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को 267वें कैथोलिक पोप चुना गया है। रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट शिकागो में जन्मे और वर्तमान में उनकी उम्र 69 वर्ष की है। वे ऑगस्टिनियन ऑर्डर के सदस्य थे और उन्होंने पेरू में बड़े पैमाने पर सेवा की थी। साल 2023 से वे बिशप के लिए डिकास्टरी के प्रीफेक्ट और लैटिन अमेरिका के लिए पोंटिफिकल कमीशन के अध्यक्ष थे। उन्हें दिवंगत पोप फ्रांसिस द्वारा पदों पर नियुक्त किया गया था। पोप फ्रांसिस ने उन्हें कार्डिनल के रूप में पदोन्नत किया था। वह लियो XIV का पोंटिफिकल नाम लेंगे।
गौरतलब है कि अर्जेंटीना में जन्मे पोप फ्रांसिस के बाद वह अमेरिका से लगातार दूसरे पोप हैं। पोप फ्रांसिस की मृत्यु के बाद से ही लोगों के मन में यह जानने के लिए उत्सुकता थी कि नया पोप किसे चुना जाएगा? हालांकि शाम को सेंट पीटर स्क्वायर के ऊपर चिमनी से ट्रेडमार्क सफेद धुआं निकल रहा था, जो यह दर्शाता था कि कार्डिनल्स के सम्मेलन ने पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी का चयन कर लिया है, जिनका पिछले महीने निधन हो गया
पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी के नाम के निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे पादरी और आम लोगों के बीच असमंजस था कि आखिर नया पोप किसे चुना जाएगा? जब तक नाम का ऐलान नहीं हुआ था, सभी की निगाहें बालकनी पर थीं, जो रोमन कैथोलिक चर्च के नए प्रमुख की पहली उपस्थिति की प्रतीक्षा कर रही थीं। हालांकि अमेरिकी पादरी रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को 267वें कैथोलिक पोप के नाम का ऐलान होने के बाद के बीच खुशी की लहर है।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सिस्टिन चैपल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में दुनियाभर से कार्डनल्स ने भाग लिया। (कैथोलिक चर्च के सबसे उच्च रैंक वाले पादरी को कार्डिनल्स कहा जाता है।) इस सम्मेलन में शामिल 133 कार्डिनल अनिर्णीत मतदान हुआ। नए पोप के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है। इसके अनुसार, नए पोप को 89 मतों की जरूरत थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कुछ सम्मेलनों में पोप चुनने में औसत तीन दिन का समय लगा और सात बार मतदान किया गया।