राज्यशासन

IAS; छत्तीसगढ़ के IAS देवसेनापति कोस्टल एग्रीकल्चर अथॉरिटी चेन्नई में पदस्थ, IAS दम्पत्ति दिल्ली जाएंगे

पदस्थापना

 रायपुर, केंद्र सरकार ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ और अनुभवी आईएएस अधिकारी केसी देवसेनापति पर भरोसा जताया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने उन्हें कोस्टल एग्रीकल्चर अथॉरिटी, चेन्नई में संयुक्त सचिव पद पर नियुक्त किया है। यह नियुक्ति मत्स्य पालन विभाग के अंतर्गत की गई है, और देवसेनापति को पे मैट्रिक्स लेवल 14 (Pay Matrix Level 14) पर नियुक्त किया गया है। यह आदेश 18 अगस्त 2028 तक या अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।

छत्तीसगढ़ के जिलों से दिल्ली तक का सफर

केसी देवसेनापति, 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने 18 अगस्त 2007 को भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश लिया था। वे बीजापुर जिला पंचायत के सीईओ से लेकर दंतेवाड़ा और सूरजपुर जैसे संवेदनशील जिलों के कलेक्टर रह चुके हैं। इन इलाकों में उनका कार्यकाल ज्यादा लम्बा नहीं रहा है। इसके बाद वे ज्यादातर समय लगभग लूप लाइन में रहे। वे छत्तीसगढ़ में चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राज्य योजना आयोग के सदस्य, और विशेष सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग भी रह चुके हैं। इतना ही नहीं, वे अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

2004 कैडर के दो अधिकारियों को कृषि और आयुष मंत्रालय में बड़ी जिम्‍मेदारी

 छत्तीसगढ़ कैडर 2004 बैच के IAS दंपती अन्बलगन पी और अलरमेलमंगई डी को केंद्र सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। केंद्र की नियुक्ति समिति ने दोनों अधिकारियों को संयुक्त सचिव (CG IAS Central Deputation) के पद पर नियुक्त किया है। अन्बलगन पी को कृषि मंत्रालय, जबकि अलरमेलमंगई डी को आयुष मंत्रालय में तैनाती मिली है। अन्बलगन पी ने UPSC 2003 में पास की थी। इसके बाद 2004 में सेवा में आए और छत्तीसगढ़ में रहकर कई जिम्मेदारियां संभालीं। वे सीईओ जिला पंचायत दंतेवाड़ा, कोरिया, बिलासपुर रहे। इसके बाद कलेक्टर जांजगीर, जगदलपुर और बिलासपुर रहे।

अलरमेलमंगई डी भी 2004 बैच की अधिकारी हैं। उन्होंने भी 6 सितंबर 2004 को सेवा जॉइन की थी। उनकी प्रमुख उपलब्धियां है उनमें कलेक्टर कांकेर, महासमुंद और रायगढ़। भौमिकी व खनिकर्म संचालनालय की प्रमुख भी रहीं। नगरीय प्रशासन, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, रोजगार और श्रम विभाग में भी सचिव रहीं। खास बात यह है कि वे छत्तीसगढ़ की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त सचिव भी बनीं। अभी वे भी केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं और अब उन्हें आयुष मंत्रालय में संयुक्त सचिव का दायित्व मिला है।

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