FORESTY;वन वृक्षारोपण में छत्तीसगढ़ नंबर वन, 684 वर्ग किमी की वृद्धि,10 साल में 16 हजार वर्ग किमी वन क्षेत्र में बढ़ोतरी
रोपण

नईदिल्ली, वृक्षारोपण में देश के पांच राज्यों में सर्वाधिक बढ़ोतरी हुई है। इसमें छत्तीसगढ़ नंबर वन है। रिपोर्ट के मुताबिक वन एवं वृक्षारोपण में पांच राज्यों में सर्वाधिक बढ़ोतरी हुई है। इसमें छत्तीसगढ़ नंबर वन है। छत्तीसगढ़ में 684 वर्ग किमी, उसके बाद उत्तर प्रदेश में 559 वर्ग किमी, फिर ओडिशा में 559 वर्ग किमी क्षेत्र बढ़ा है। जबकि राजस्थान में वन एवं वृक्षारोपण क्षेत्र में 394 वर्ग किमी. का इजाफा हुआ है।
10 वर्ष में वन क्षेत्र में 16 हजार वर्ग किमी से ज्यादा का इजाफा
पर्यावरण संरक्षण के मोर्चे पर चल रहे प्रयासों से देश के वन क्षेत्र को बढ़ाने में सफलता मिली है। पर्यावरण दिवस पर गुरुवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से ‘एक्स’ पर जारी देश की स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2023 में कहा गया है कि भारत का वन क्षेत्र 2013 में 6,98,712 वर्ग किमी से बढ़कर 2023 में 7,15,343 वर्ग किमी हो गया है। यानी 10 वर्ष में वन क्षेत्र में 16 हजार वर्ग किमी से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
वनावरण में 156.41 वर्ग किमी. की वृद्धि
वर्ष 2021 की तुलना में वनावरण में 156.41 वर्ग किमी. की वृद्धि हुई है। क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे अधिक वन क्षेत्र वाले शीर्ष तीन राज्य में मध्यप्रदेश 77,073 वर्ग किमी के साथ टॉप पर है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश (65,882 वर्ग किमी.) और छत्तीसगढ़ (55,812 वर्ग किमी.) हैं।
सबसे ज्यादा एमपी में घटा वन क्षेत्र
2023 की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश में तेजी से वन क्षेत्र कम होने की बात सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे ज्यादा 612.41 वर्ग किमी. वन क्षेत्र मध्य प्रदेश में कम हुआ है और उसके बाद कर्नाटक में 459.36 वर्ग किमी., लद्दाख में 159.26 वर्ग किमी. और नगालैंड 125.22 वर्ग किमी. वन क्षेत्र में कमी आई है।
सबसे अधिक वन क्षेत्र वाले शीर्ष तीन राज्य में छत्तीसगढ़
क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे अधिक वन क्षेत्र वाले शीर्ष तीन राज्य मध्यप्रदेश (77,073 वर्ग किमी.) हैं, जिसके बाद अरुणाचल प्रदेश (65,882 वर्ग किमी.) और छत्तीसगढ़ (55,812 वर्ग किमी.) हैं।
छत्तीसगढ़ में 505 मीट्रिक टन कार्बन स्टॉक
देश का वन कार्बन स्टॉक 7,285.5 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 2021 की तुलना में 81.5 मिलियन टन अधिक है। शीर्ष 3 स्थानों पर अरुणाचल प्रदेश (1,021 मीट्रिक टन) उसके बाद मध्य प्रदेश (608 मीट्रिक टन), छत्तीसगढ़ (505 मीट्रिक टन) और महाराष्ट्र (465 मीट्रिक टन)। भारत का कार्बन स्टॉक 30.43 बिलियन टन CO2 समतुल्य तक पहुँच गया है, जो वर्ष 2005 के आधार वर्ष से 2.29 बिलियन टन अधिक है तथा वर्ष 2030 के 2.5-3.0 बिलियन टन के लक्ष्य के करीब है।