TAX;रघुराम राजन का मत-अमीर लोगों पर संपत्ति कर लगाने से कोई फायदा नहीं,छोटे और मध्यम कारोबार बढाने की नीति बने
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नई दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने एक महत्वपूर्ण बात कही है। उन्होंने कहा है कि अमीर लोगों पर संपत्ति कर (वेल्थ टैक्स) लगाने से कोई खास फायदा नहीं होता। अमीर लोग कानूनी तरीके से इससे बच निकलते हैं। राजन ने ‘इंडिया एंड ग्लोबल लेफ्ट’ पॉडकास्ट पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में भले ही अमीरी और गरीबी के बीच बहुत बड़ा अंतर हो। लेकिन, वेल्थ टैक्स इसका समाधान नहीं है। राजन के अनुसार, अमीर लोग संपत्ति कर से बचने के रास्ते निकाल लेते हैं। इसलिए, भारत को लोगों को अवसर देने और उन्हें सफल बनाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को ऐसी नीतियां बनानी चाहिए जिससे छोटे और मध्यम कारोबारों को बढ़ने का मौका मिले।
राजन ने कहा कि भारत में संपत्ति और आय में बहुत असमानता है। लोग वेल्थ और इनहेरिटेंस टैक्स की बात करने लगे हैं। लेकिन, अमीर लोग इससे आसानी से बच जाते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी देश संपत्ति कर से ज्यादा पैसा नहीं जुटा पाया है। राजन ने अर्थशास्त्री थॉमस पिकेटी के इस दावे को गलत बताया कि राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण ऐसा होता है।
दिग्गज अर्थशास्त्री को दे दी चुनौती
राजन ने कहा कि अमीर लोग कानूनी तरीके से टैक्स से बच सकते हैं। अमेरिका में भी लोग कम टैक्स देने के तरीके ढूंढ लेते हैं। अगर सरकार संपत्ति पर 10%, 5% या 2% टैक्स लगाती है तो लोग इससे बचने के लिए रास्ते खोज लेंगे। राजन ने पिकेटी को चुनौती देते हुए कहा कि वह उन्हें एक ऐसा देश दिखाएं जिसने संपत्ति कर से अच्छी खासी रकम जुटाई हो। उन्होंने मजाक में कहा कि अगर आप सच में बराबरी लाना चाहते हैं तो कम्युनिस्ट क्रांति कर दीजिए। इसमें बहुत खून खराबा और हिंसा होगी। उसके बाद गरीबी आएगी। राजन ने कहा कि संपत्ति कर की बात करना बेकार है।
राजन ने कहा कि अमीर लोगों पर टैक्स लगाने के बजाय भारत को लोगों को अवसर देने और उन्हें सफल बनाने पर ध्यान देना चाहिए। वह बोले कि हमें लोगों को ऊपर उठाना चाहिए, न कि नीचे गिराना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीचे गिराने से अक्सर मध्यम वर्ग के लोग फंस जाते हैं, जो पहले से ही ज्यादा टैक्स भर रहे हैं। अमीर लोग इससे बच जाएंगे।