PADDY;अब तक 50.75 लाख मी.टन धान की खरीदी, लिमिट नहीं बढाने से किसान नाराज,रोजाना समिति प्रबंधकों से बहस,फडों में धान जाम,अव्यवस्था फैलने की आशंका

9.71 लाख से अधिक किसानों ने बेचा धान , इस वर्ष 27.43 लाख से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन
रायपुर, समर्थन मूल्य पर राज्य में पंजीकृत किसानों से अब तक 50 लाख 75 हजार 155 मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। अब तक 9 लाख 71 हजार 342 पंजीकृत किसानों ने धान बेचा है। खरीदी की धीमी गति से किसान जहां धान बेचने जद्दोजहद कर रहे है ,वहीं समितियों की धान खरीदी लिमिट नहीं बढाने से किसान बेहद खफा है। रोजाना उनकी समिति प्रबंधकों से बहस हो रही है। अभी से धान खरीदी की लिमिट नहीं बढाई गई तो आने वाले समय में अव्यवस्था फैलने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
मार्कफेड द्वारा धान खरीदी के भुगतान के लिए 11 हजार 911 करोड़ रूपए जारी किए गए है। इस वर्ष 27 लाख 43 हजार 444 किसानों ने पंजीयन कराया है, जिसमें 32 लाख 64 हजार 598 हेक्टेयर रकबा शामिल है। साथ ही 1.60 लाख मी, टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है।
धान खरीदी में अब तक महासमुंद जिला सर्वाधिक 31 लाख 9 हजार 299 क्विंटल धान खरीदकर पहले पायदान पर है। वहीं कांकेर जिले 16 लाख 81 हजार 985 क्विंटल धान खरीदकार दूसरे नम्बर पर है। वहीं बिलासपुर जिले 15 लाख 24 हजार 686 क्विंटल धान खरीदकर तीसरे स्थान हासिल की है। जबकि गरियाबंद जिले 14 लाख 88 हजार 594 क्विंटल, रायगढ़ जिला 12 लाख 10 हजार 1 क्विंटल, कोण्डागांव 10 लाख 87 हजार 260 क्विंटल, धमतरी 11 लाख 13 हजार 660 क्विंटल, सरगुजा 10 लाख 3 हजार 484, सूरजपुर 11 लाख 45 हजार 117 क्विंटल धान खरीदी कर बढ़त बनाए हुए हैं।बता दें कि सरकार अपने घोषणा के अनुरूप प्रति एकड़ 21 क्विंटल समर्थन मूल्य एवं कृषि उन्नति योजना के तहत 31 सौ रूपए प्रति क्विंटल की भाव से धान खरीदी कर रही है।
आरंग के 18 धान खरीदी केन्द्रों से उठाव की गति धीमी , 4 लाख क्विंटल धान जाम
केन्द्रीय सहकारी बैंक रायपुर के अधीनस्थ आरंग शाखा के अंतर्गत आने वाले 18 धान खरीदी केन्द्रों में तक़रीबन 4 लाख क्विंटल धान परिवहन के इंतजार में पड़ा है । इन केन्द्रों में लगभग 5 लाख क्विंटल धान , खरीदी शुरू होने के लगभग 50 दिनों के भीतर खरीदी गया है जिसमें से महज 60 हजार क्विंटल धान का ही परिवहन मिलर्स द्वारा अब तक किया जा सका है
उठाव हेतु सर्वाधिक धान चपरीद में करीबन 35 हजार क्विंटल व सर्वाधिक कम 8 हजार क्विंटल पारागांव में है । रीवा केन्द्र में 33 हजार , भानसोज व बाना मे 35 – 35 हजार क्विंटल , फरफौद व मोखला में 30 – 30 हजार , आरंग , जरौद व परसकोल में 25 – 25 हजार , खमतराई , गौरभाठ व गोविंदा में 20 – 20 हजार , भिलाई में 20 हजार , भलेरा में 15 हजार , लखौली में 14 हजार व पंधी में 10 हजार क्विंटल धान जाम पड़ा है ।
विपणन संघ की विफलता
कतिपय केन्द्रों का जायजा ले किसानों से चर्चा करने व अन्य केन्द्रों के जागरूक किसानों से मिले फीडबैक के आधार पर यह जानकारी देते हुये किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने कहा है कि सामयिक उठाव न करवा पाने की यह विपणन संघ की विफलता है जिसे वह केन्द्रों की बफर स्टाक लिमिट में बीते वर्षों की तुलना में अनुपातिक बढ़त कर छिपाना चाहता है ।
कलेक्टर से धान परिवहन कराने की मांग
भानसोज के युवा जागरूक किसान द्रोण चंद्राकर ने जानकारी दी है कि जाम धान की वजह से सोसायटी को होने वाले नुकसान व खरीदी हेतु जगह कम पड़ने की संभावना को देखते हुये किसानों की मांग पर सोसायटी के प्राधिकृत अधिकारी जगनमोहन यादव ने जिला विपणन अधिकारी को पत्र लिखकर अविलंब परिवहन कराने का आग्रह किया है । इसी तरह सहकारी बैंक शाखा खरोरा के अधीनस्थ आने वाले फरहदा सोसायटी के अध्यक्ष योगेश चंद्राकर ने भी खरीदी केंद्र में जाम धान की स्थिति को देखते हुये बीते दिनों जिलाधीश डाक्टर गौरव सिंह को ज्ञापन सौंपने की जानकारी दी है ।




