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MURDER; पत्नी की बीमारी से परेशान डॉक्टर पति ने एनेस्थेसिया का ओवरडोज देकर उतारा मौत के घाट, 6 महीने बाद पति गिरफ्तार

बैंगलूर, एक डाक्टर जिसे जान बचाने के लिए भगवान का दर्जा दिया जाता है, अगर वो ही हैवान बन जाए तो? वो भी अपनी पत्नी के साथ! बेंगलुरु से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पेशे से सर्जन एक शख्स ने अपनी ही डॉक्टर पत्नी को इलाज के बहाने मार डाला। यही नहीं करीब 6 महीने तक उसने सभी को यह भरोसा भी दिला दिया कि उसकी मौत बीमारी की वजह से हुई है। लेकिन उसके पाप का घड़ा आखिर फूट ही गया।

बेंगलुरु की सिटी पुलिस ने बुधवार को इस हैरान करने वाले मामले में 31 साल के डॉक्टर महेंद्र को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप हैं कि छह महीने पहले उसने अपनी पत्नी को हाई डोज वाले एनेस्थिसिया का इंजेक्शन देकर मार डाला।  पत्नी की मौत को उसने नैचुरल डेथ दिखाने के लिए पूरी साजिश रची। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सच सामने आ गया। पोस्टमॉटर्म रिपोर्ट में महिला के शरीर में एनेस्थिसिया पाया गया। डॉक्टर महेंद्र की पत्नी कृतिका एम रेड्डी भी डॉक्टर ही थीं। वह पेशे से डर्मेटोलॉजिस्ट थी।

एक ही साल पहले हुई थी शादी

महेंद्र और 28 साल की कृतिका की शादी पिछले ही साल मार्च में हुई थी। इस साल अप्रैल में अचानक कृतिका की मौत हो गई। वो गैस की बीमारी से जूझ रही थी और डॉक्टर महेंद्र ही उसका इलाज कर रहा था। उस समय सभी को यही लगा कि बीमारी ने ही कृतिका की जान ली है। लेकिन फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (FSL) की रिपोर्ट ने पूरा केस ही पलट दिया।

पुलिस भी चौंक गई कि यह एक नैचुरल डेथ नहीं बल्कि सोच-समझकर की गई हत्या है। कृतिका के विसरा सैंपल में एनेस्थिसिया के अंश पाए गए। डॉक्टर महेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रॉनेरोलॉजी साइंस एंड ऑर्गन ट्रांसप्लांट (IGOT) में सर्जन था। पुलिस ने अब उसे 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। उसका कहना है कि वो अपनी पत्नी की गैस की बीमारी ठीक करने की कोशिश कर रहा था।

ऐसे दिया हत्या को अंजाम

मौत से 3 दिन पहले कृतिका की समस्या फिर से बढ़ गई। पति ने ड्रिप के जरिए उसे दवाएं देना शुरू कर दीं। 23 अप्रैल को कृतिका ने महेंद्र को व्हाट्सएप कर पूछा कि उसे दर्द हो रहा है, क्या वो ड्रिप को हटा सकती है? लेकिन महेंद्र ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और वापस लौटकर फिर से ड्रिप के जरिए दवा देना शुरू कर दिया। 24 अप्रैल को दर्द के बीच ही कृतिका ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

पोस्टमॉर्टम न कराने का डाला दबाव

आरोपों के मुताबिक डॉक्टर महेंद्र ने अपनी साजिश को अंजाम दे ही दिया था। लेकिन कृतिका के पिता के.मुनि रेड्डी ने एक नई शिकायत दर्ज की और दावा किया कि उसके दामाद ने बेटी को एनेस्थिसिया का ओवरडोज देकर मारा है। जांच में पता चला कि 24 अप्रैल को कृतिका अचानक बेहोश हो गई। महेंद्र उसे अस्पताल लेकर गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद डॉक्टर अटोप्सी करना चाहते थे लेकिन महेंद्र बार-बार इसके लिए मना करता रहा। उसने अपने ससुर पर भी इसके लिए दबाव बनाया। हालांकि कृतिका की बहन के दबाव पर पोस्टमॉर्टम किया गया।

कृतिका की बीमारी से था नाराज

ACP (पूर्व) रमेश बनोथ का कहना है कि पति का यही दावा है कि कृतिका लंबे समय से बीमारी से जूझ रही थी और वह उसका इलाज कर रहा था। पुलिस सूत्रों की मानें तो कृतिका की बीमारी से महेंद्र परेशान हो चुका था। शादी के कुछ समय के बाद ही महेंद्र को पता चला कि कृतिका कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही है। वह इस बात से गुस्से में था कि कृतिका के घरवालों ने ये बातें उससे छिपाई।

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