
जगदलपुर, छत्तीसगढ़ के नक्सलप्रभावित सुकमा जिले के छिंदगढ़ ब्लाक का धनिकोर्ता गांव में रहस्यमयी बीमारी से एक महीने में 13 ग्रामीणों की मौत हो गई है। इन ग्रामीणों को सीने में दर्द और खांसी आने की शिकायत थी। लगातार हो रही मौतों के बाद गांव में भय का माहौल है। जानकारी के मुताबिक गांव के लगभग हर घर में एक मौत हुई है।
सुकमा के गांव में एक महीने में 13 लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य अमला जांच के लिए यहां पहुंचा है। हेल्थ टीम में सदस्य ग्रामीणों की जांच कर रहे हैं। इनके खून और यूरिन के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।अभी साफ नहीं हो पाया है, कि किस बीमारी की वजह से इतने ग्रामीणों की मौत पिछले एक महीने में हो गई। जांच रिपोर्ट के बाद ही इस बारे में पता चल पाएगा।

गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करने निर्देश
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव की अध्यक्षता में समय-सीमा की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न विभागों की लंबित योजनाओं और प्रकरणों की समीक्षा की गई। ध्रुव ने पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जिले के दूरस्थ अंदरूनी क्षेत्रों, स्वास्थ्य केंद्रों, आश्रम-शालाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों में समुचित पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही, बिगड़े हुए हैंडपंपों को तत्काल सुधारने और पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गंभीर कुपोषित बच्चों को अनिवार्य रूप से पोषण एवं पुनर्वास केंद्र लेकर जाएं जिससे ग़रीब बच्चों को शासन की योजना का लाभ मिल सके। कलेक्टर ध्रुव ने अधिकारियों से कहा कि आचार संहिता समाप्त हो चुकी है, इसलिए शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं पर त्वरित गति से कार्य करें और हितग्राहियों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित करें।