POLITICS; ‘IS और ISIS की साजिश…’,ओवैसी की बिलावल को खरी-खरी; पूछा- मां बेनजीर भुट्टो और दादा जुल्फिकार को किसने मारा?
राजनीति

नई दिल्ली, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर लगातार पाकिस्तान को लताड़ रहे हैं। सोमवार को उन्होंने पाकिस्तान के राजनेता बिलावल भुट्टो जरदारी पर जोरदार पलटवार किया।पाकिस्तान के राजनेता बिलावल भुट्टो जरदारी की ‘खून बहेगा’ वाली टिप्पणी पर जोरदार हमला करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता को याद रखना चाहिए कि उनकी मां और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और उनके दादा पूर्व राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो को किसने मारा था।
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत
बता दें कि बिलावल भुट्टो 2023 तक पाकिस्तान के विदेश मंत्री रहे और सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा बने हुए हैं। उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इस आतंकी हमले में 25 पर्यटक और एक कश्मीरी मारे गए थे।
बिलावल भुट्टो ने क्या कहा था?
शुक्रवार को एक रैली में बिलावल भुट्टो ने कहा था कि सिंधु हमारी है और हमारी ही रहेगी… या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या उनका खून। बिलावल भुट्टो की इस टिप्पणी पर भारत में कई नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी और जमकर निशाना साधा।
अमेरिका से चलता है आपका घर
बिलावल भुट्टो की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा, ‘ऐसी बचकानी बातें भूल जाइए। उन्हें नहीं पता कि उनके दादा का क्या हुआ? उनकी मां के साथ क्या हुआ? उनकी मां को आतंकवादियों ने मार डाला। इसलिए कम से कम उन्हें इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। क्या आपको पता भी है कि आप किस बारे में बात कर रहे हैं? जब तक अमेरिका आपको कुछ नहीं देता, आप देश नहीं चला सकते और आप हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं।’
हिम्मत है तो भारत आ जाओ: पाटिल
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने भी पाकिस्तानी राजनेता बिलावल भुट्टो की टिप्पणी पर उनकी आलोचना करते हुए कहा कि ऐसी बहादुरी का कोई मतलब नहीं है और अगर उनमें हिम्मत है तो भारत आ जाओ। पाटिल ने कहा कि मोदी जी कहते हैं ‘जल है तो बल है’। मोदी ने कहा है कि पाकिस्तान को (सिंधु जल संधि के तहत) पानी नहीं मिलना चाहिए। हुआ यूं कि बिलावल भड़क गए। उनका कहना है कि अगर नदी में पानी नहीं दिया गया तो भारत में खून की नदी बह जाएगी।” “क्या हम डरेंगे? मैं उनसे (भुट्टो) कहता हूं कि भाई, अगर थोड़ी भी हिम्मत है तो यहां आ जाओ। ऐसी बहादुरी की चिंता किए बिना पानी बचाना हमारी जिम्मेदारी है।