PEG;भारत में ड्रिंक को पैग में क्यों मापा जाता है, क्या है इसके पीछे की कहानी?
नईदिल्ली, भारत में ड्रिंक की मात्रा पैग के रूप में क्यों मापी जाती है? यह आश्चर्यजनक लग सकता है. लेकिन हकीकत है कि केवल भारत में ही शराब की मानक मात्रा को पैग के रूप में जाना जाता है, जबकि वैश्विक स्तर पर पेय को शॉट्स के रूप में मापा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पैग वास्तव में क्या है और इस शब्द के पीछे की कहानी क्या है? ठीक है, यदि आप भी जानने के लिए उत्सुक हैं, तो आगे पढ़ें क्योंकि हम ‘पैग’ की ऐसी कहानी साझा कर रहे हैं जो लोगों को कम मालूम है. यह नाम आपके पसंदीदा पेय की माप इकाई कैसे बन गया.
पैग शब्द का अर्थ ‘कीमती शाम का गिलास’ है. पैग का शाब्दिक अनुवाद यूनाइटेड किंगडम में खदान श्रमिकों की एक सदियों पुरानी कहानी से जुड़ा है. हालांकि इस तथ्य को प्रमाणित करने के लिए बहुत अधिक दस्तावेजी सबूत नहीं हैं, लेकिन ऐसा माना जाता है कि दिन भर के काम के बाद खनिक अपने पेय को ‘प्रेशियस इवनिंग ग्लास’ कहते थे.
यूनाइटेड किंगडम के पैग की दुर्लभ कहानी है, जिसमें खदान श्रमिकों को हाड़ कंपा देने वाली ठंड से राहत देने और लंबे दिन के बाद आराम करने के लिए ब्रांडी की एक छोटी बोतल दी गई थी. चूंकि, खनन श्रमिक ब्रांडी के अपने छोटे गिलास का आनंद लेने के लिए उत्सुकता से इंतजार करते थे, इसलिए उन्होंने इसे ‘कीमती शाम का गिलास’ कहा, जिसे बाद में पैग के रूप में संबोधित किया गया.
ब्रिटिश राज के दौरान ड्रिंक को केवल दो इकाइयों में मापा जाता था: एक छोटे पैग के लिए 30 मिलीलीटर और एक बड़े पैग के लिए 60 मिलीलीटर. इसका उपयोग सुविधा के लिए किया जाता था और बाद में यह भारतीय पेय संस्कृति का हिस्सा बन गया. हालांकि, यह अजीब लग सकता है, लेकिन यूनाइटेड किंगडम में शराब को 25 मिलीलीटर के लिए सिंगल या 50 मिलीलीटर के लिए डबल के रूप में मापा जाता.
आप चाहे शराब पीते हो या नहीं पीते हो, लेकिन आपने पटियाला पैग के बारे में जरूर सुना होगा. अगर नहीं सुना होगा तो बॉलीवुड के गानों में तो जरूर सुना होगा. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है आखिर इसे पटियाला पैग ही क्यों बोला जाता है? पटियाला पैग की ईजाद पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह के दरबार में हुई थी, जिन्होंने 1900 से 1938 तक तत्कालीन पटियाला रियासत पर शासन किया था.
उत्तर भारत के अधिकांश व्हिस्की प्रेमी यह मानते होंगे कि पटियाला पैग कुछ खास है. यह वाकई में राजसी पैग है, जिसे 120 मिलीलीटर व्हिस्की में कुछ सोडा और बर्फ के साथ परोसा जाता है. पटियाला पैग इस बात की गारंटी है कि इसे पीने वाला अगले दिन एक तेज हैंगओवर के साथ उठता है. दिलचस्प बात यह है कि इसे इसीलिए ही बनाया गया था.