POLITICS; सीएम बोले- राम नाम का पैसा खाने वाले बख्शे नहीं जाएंगे, राम वनगमन पथ योजना में भ्रष्टाचार की जांच कराएगी सरकार
रायपुर, प्रदेश के राम वनगमन पथ योजना को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को कहा कि इस मामले में भी भ्रष्टाचार की जांच की जाएगी। साय ने कहा कि पिछली सरकार में बहुत सारे भ्रष्टाचार हुए हैं, जहां लगेगा कि गलत हुआ है, वहां जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे। रायपुर से बस्तर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने हैलीपेड पर पत्रकारों से चर्चा की।
सरकार गठित होते ही दिसंबर में ही मुख्यमंत्री साय का बयान आया था कि कांग्रेस ने राम के नाम पर पाखंड किया है। इन लोगों ने वोट के नाम पर नौटंकी की। हम तो राम को अपना आराध्य मानते हैं। जनता ने कांग्रेस का पाखंड समझ लिया, इसलिए वे 35 सीटों पर आ गए।
बता दें कि पूर्व मंत्री व कुरुद के विधायक अजय चंद्राकर ने भी इसके पहले आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने राम के नाम पर भ्रष्टाचार किया है। करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट में अनियमितता है। इसकी जांच होनी चाहिए। हालांकि तब कांग्रेस ने इस आरोप को नकारते हुए निराधार बताया था।
क्या है राम वनगमन पथ योजना
प्रदेश के उत्तर में सरगुजा से लेकर दक्षिण के सुकमा तक श्रीराम से जुड़े स्थानों की पूरी श्रृंखला मिलती है, जिनसे लोक आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। भगवान श्रीराम जिस पथ से गुजरे थे, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने उन 75 जगहों का चयन कर इनको विकसित करने के लिए 137 करोड़ 45 लाख करोड़ की योजना चलाई थी। इसी योजना में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।
पूर्ववर्ती सरकार को कर रहे बदनाम: कांग्रेस
मुख्यमंत्री साय के बयान पर प्रदेश कांग्रेस संचार कमेटी के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार कर कहा कि मुख्यमंत्री पूर्ववर्ती सरकार को बदनाम करने के लिए बयान दे रहे हैं। अगर आपको लगता है कि कहीं गलत हुआ है तो उसकी जांच करवाइए। आपने तो गोठान योजना में भ्रष्टाचार की बात की थी और अब आपके केंद्रीय मंत्री का बयान आता है कि इस योजना को आगे चलाएंगे। अगर भ्रष्टाचार की जांच कराना चाहते हैं तो नान घोटाला, डीकेएस घोटाला, अंतागढ़ घोटाला की जांच करा दें।