NSS;भारत राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्ड के लिए कार्याक्रम अधिकारी डॉ.नशीने का चयन,राष्ट्रपति मुर्मू सम्मानित करेंगी

रायपुर, राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) में उत्कृष्ट कार्य के लिए मेरा भारत राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्ड वर्ष 2022-23 हेतु छत्तीसगढ से कार्याक्रम अधिकारी डॉ. रत्ना नशीने का चयन किया गया है। आगामी 6 अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन में डॉ. नशीने का सम्मान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाएगा। खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय एवं भारत सरकार के मेरा भारत राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्ड के अंतर्गत छत्तीसगढ राज्य से इनका चयन किया गया है।
डॉ. रत्ना नशीने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से सम्बद्ध कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, नारायणपुर की अधिष्ठाता एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी है। यह प्रतिष्ठित सम्मान डॉ. नशीने के सामाजिक सेवा, सामुदायिक विकास और NSS के माध्यम से किए गए उल्लेखनीय कार्यों की पहचान है। उनके नेतृत्व और समर्पण ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह सम्मान संस्थान के लिए भी गर्व का विषय है।
उन्होंने जिला प्रशासन के सहयोग से तंबाकू मुक्त अभियान, सड़क सुरक्षा अभियान चला कर लोगों को तंबाकू से दूर रहने एवं सड़क संकेत, गाड़ियों में नंबर प्लेट, हेलमेट , ड्रायवरी लाइसेंस बनाने के लिए लोगों को जागृत किया। इसी तरह पर्यावरण जागरूकता, रक्तदान शिविर, प्रधानमंत्री जन धन योजना, फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, गाजर घासउन्मूलन अभियान, हर घर तिरंगा अभियान,अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगा फेस्ट, साइबर सुरक्षा, नारी सुरक्षा इत्यादि अभियान पर लगातार कार्य करने से ग्रामीणों में जागरूकता आई और उनके सामाजिक-आर्थिक एवं-पोषण के स्तर में सुधार आया है। उन्होंने कोरोना काल में स्वास्थ्य कार्तकर्त्ता की तरह गांव -गांव में टीकाकरण अभियान में हिस्सा लिया। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा इन्हें सम्मनित किया गया था।
बता दें कार्याक्रम अधिकारी डॉ. रत्ना नशीने को वर्ष 2021-22 के लिए छत्तीसगढ राज्य स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना के श्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी का पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके अलावा उत्कृष्ट कार्यों के लिए सात अंतर्राष्ट्रीय,26 राष्ट्रीय,सात राज्य स्तरीय एवं 5 जिला स्तरीय सम्मान एवं पुरस्कार इन्हें मिल चुका है। डॉ. नशीने ने पूर्व में बस्तर जगदलपुर में पदस्थ रहते हुए मीड डे मील पर कार्य किया था, जिसकी प्रस्तुति तत्कालीन कलेक्टर द्वारा सिविल सर्विस दिवस पर दी गयी थी। जिसको तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा सराहा गया था।