WILD LIFE;राजधानी में हिरण की खाल-सींग बेचने आ रहे तीन शिकारी गिरफ्तार,रायपुर का तस्कर भी शामिल
शिकार

रायपुर, छत्तीसगढ़ के वन विभाग में वन्यजीवों के अवैध शिकार एवं व्यापार पर लगाम नहीं है। भीषण गर्मी के साथ पानी की कमी होते ही जंगलों में वन्य प्राणी का शिकार धडल्ले से शुरु हुआ है। यहां तक कि लोग राजधानी में वन्यप्राणियों की खाल -सींग बेचने पहुंच रहे है। बहरहाल रायपुर वन विभाग और राज्य स्तरीय उड़नदस्ता की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। विधानसभा रोड पर हिरण की खाल और सींग बेचने की फिराक में निकले तीन तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।

जब्त खाल एवं सींग की कीमत 2.50 लाख रुपए बताई जा रही है। इसे बेचने के लिए वह कसडोल से रायपुर पहुंचे थे। इस दौरान उड़नदस्ता टीम ने बुधवार दोपहर करीब 3 बजे विधानसभा रोड के पास नाकेबंदी कर उन्हें पकड़ा। तलाशी में उनके बोलेरो वाहन से एक हिरण की खाल और 5 सिंग बरामद किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रायपुर निवासी आनंद श्रीवास्तव, पीपरछेड़ी निवासी भागीरथी, और तुला राम पटेल के रूप में हुई है। ये तीनों आरोपी हिरण के अवशेषों, खाल और सींग को अवैध रूप से बेचने की कोशिश कर रहे थे।
इसकी जानकारी उड़न दस्ता प्रभारी रेंजर दीपक तिवारी को मिली। उन्होंने इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी। तस्करी की सूचना मिलने पर सीसीएफ राजू अगासिमनी, डीएफओ लोकनाथ पटेल और संयुक्त डीएफओ विश्वनाथ मुखर्जी द्वारा रणनीति बनाई गई। रायपुर रेंज ऑफिस और राज्य स्तरीय उड़नदस्ता की टीम ने तत्काल संयुक्त रूप से कार्रवाई की और विधानसभा रोड पर घेराबंदी कर तस्करों को हिरण के अवशेषों के साथ पकड़ा। बरामद की गई सामग्री को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्रतिबंधित माना गया है।
वन विभाग के अधिकारियों ने तस्करी करने वाले नेटवर्क में कुछ अन्य लोगों के शामिल होने की आशंका जताई है। वन अफसर अरोपियों से बारीकी से पूछताछ कर रहे है। बताया गया है कि यह गिरोह लम्बे समय से वन्यप्राणियों के अवैध शिकार में सलग्न रहा है। इसकी पतासाजी की जा रही है।