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POLITICS; विधायक से मिले बगैर चले गए कलेक्टर, सावित्री मंडावी ने एसडीएम और तहसीलदार पर निकाली भड़ास

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भानुप्रतापपुर. क्षेत्र में रेत के अवैध खनन मामले को लेकर विधायक सावित्री मंडावी भानुप्रतापपुर रेस्ट हाउस में कांकेर कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीरसागर से मिलने का इंतजार करती रहीं. कलेक्टर रेस्ट हाउस पहुंचे पर विधायक से बिना मिले चले गए. इस घटना से विधायक सावित्री हथप्रभ रह गईं और उन्होंने अपनी नाराजगी मौके पर मौजूद दूसरे अधिकारियों पर निकाली. विधायक ने भानुप्रतापपुर एसडीएम और तहसीलदार पर जमकर भड़ास निकाली और इस मामले को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी भी दी.

बता दें कि विधायक मंडावी क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन के मामले में अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर से मिलना चाहतीं थीं. इसके लिए बाकायदा कलेक्टर ने सहमति भी दी थी पर वे विधायक से बिना मिले ही चले गए. इस पर एमएलए सावित्री मंडावी ने कहा, इस तरह का कलेक्टर पहली बार देखा है. सहमति देने के बाद भी बिना मिले चले गए.

कलेक्टर ने पूरे विधानसभा के नागरिकों का किया अपमान-विधायक

वहीं विधायक सावित्री मंडावी ने कहा है कि यह जनप्रतिनिधियों का अपमान है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा आदिवासी महिला विधायक के साथ यदि कलेक्टर इस तरह के रवैया रखते हैं तो आम आदमी के साथ क्या करते होंगे. यह विधायक की नहीं पूरे विधानसभा के नागरिकों का अपमान है. इस मामले को लेकर विधायक मंडावी ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने की बात भी कही.

कलेक्टर की सफाई- जिला मुख्यालय में जरूरी काम के चलते समय नहीं दे पाया

इस मामले में कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीरसागर ने लल्लूरम डॉट कॉम को बताया कि मैं विधायक से मिलने ही भानुप्रतापपुर रेस्ट हाउस पहुंचा था. मैंने तहसीलदार को विधायक के पास भेजकर संदेश भिजवाया था कि जो भी विषय है उस पर चर्चा करेंगे. चूंकि मेरे पास समय की कमी थी. कांकेर जिला मुख्यालय में आवश्यक कार्य थे इसलिए मैं उनको समय नहीं दे सकता था इसलिए मैं चला आया.

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