राज्यशासन

STRIKE; शासकीय कार्यालयों में सन्नाटा, स्कूलों पर लटके ताले, 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे स्कूल-दफ्तर

0 छग में 4.50 लाख कर्मचारियों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी, यदि सरकार संवाद नहीं करती, तो फेडरेशन करेगा अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान

रायपुर, छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों और अधिकारियों की वर्षों से लंबित मांगों को लेकर एक बार फिर बड़ा आंदोलन शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ के 450,000 कर्मचारी आज से तीन दिवसीय हडताल पर चले गए हैं। इससे एक ओर जहां दफ्तरों में सन्नाटा पसरा हुआ है तो वहीं स्कूलों को बंद करने की घोषणा से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी और अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले यह निश्चितकालीन हड़ताल हो रहा है।

बता दें कि फेडरेशन ने महंगाई भत्ता, चार स्तरीय वेतनमान, 300 दिन का अर्जित अवकाश नकदीकरण सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अधिकारी, कर्मचारियों के हड़ताल का असर पूरे राज्य में दिख रहा है। कार्यालय की कुर्सी खाली है, एक भी कर्मचारियों के नहीं होने से कामकाज पूरी तरह से ठप पड़ा है। इधर अपने काम को लेकर दफ्तर पहुंचे लोग परेशान नजर आए। यह हाल सभी प्रमुख शहरों में है। आंदोलन में सभी जिलों के कर्मचारियों एवं शिक्षकों ने अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया।

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा प्रदेशभर में कर्मचारियों के हितों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदेश सरकार की “मोदी की गारंटी” योजना को लेकर कर्मचारियों में भारी असंतोष देखा गया, जिसके चलते आज इंद्रावती भवन से लेकर प्रदेशभर के शासकीय कार्यालयों में सन्नाटा छाया रहा। अधिकांश स्कूलों में ताले लटके रहे। नगरीय निकायों के कर्मचारियों ने अवकाश लेकर प्रभावशाली प्रदर्शन किया। प्रदेश के विश्वविद्यालयों में भी शिक्षक एवं कर्मचारियों ने अवकाश लेकर फेडरेशन के आंदोलन का समर्थन किया। नवा रायपुर स्थित विभागाध्यक्ष, निगम, बोर्ड इत्यादि कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कलम बंद कर पूर्ण समर्थन कर रहे है।आंदोलन के कारण वरिष्ठ अधिकारियों को नवा रायपुर स्थित शासकीय कार्यालयों तक पहुंचने में कठिनाई हुई।

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा एवं संभाग प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी के मार्गदर्शन में रायपुर में कलम बंद, काम बंद आंदोलन को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। जिला संयोजक पीतांबर पटेल एवं नवा रायपुर विभागाध्यक्ष कार्यालय के अध्यक्ष जय कुमार साहू  एवं नवा रायपुर संयोजक संतोष कुमार वर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। महासमुंद के जिल संयोजक टेकराम सेन, धमतरी के जिला संयोजक चंदूलाल चंद्राकर, गरियाबंद के जिला संयोजक एम आर खान और बलौदाबाजार के जिला संयोजक एल एस ध्रुव के नेतृत्व में अब नई साहिबों, मोदी के गारंटी लेकर रहीबो नारे के साथ उग्र प्रदर्शन किया गया।आंदोलन में सभी जिलों के कर्मचारियों एवं शिक्षकों ने अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया।

राजेश चटर्जी,संभाग प्रभारी दुर्ग के मार्गदर्शन में दुर्ग में कलम बंद, काम बंद आंदोलन को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। जिला संयोजक विजय लहरे के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। राजनांदगांव के जिला संयोजक सतीश  व्यौहारे, बालोद के जिला संयोजक लोकेश साहू, बेमेतरा के जिला संयोजक अश्वनी बनर्जी, कबीरधाम के जिला  संयोजक प्रताप चंद्रवंशी और मानपुर मोहला के जिला संयोजक ओ पी माहला के नेतृत्व में अब नई साहिबों, मोदी के गारंटी लेकर रहीबो नारे के साथ उग्र प्रदर्शन किया गया।आंदोलन में सभी जिलों के कर्मचारियों एवं शिक्षकों ने अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किए।*
जी.आर.चंद्रा संभाग प्रभारी बिलासपुर  और रोहित तिवारी के मार्गदर्शन में बिलासपुर में कलम बंद, काम बंद आंदोलन को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। जिला संयोजक बिलासपुर डॉ बी पी सोनी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। जांजगीर चांपा के जिल संयोजक विश्वनाथ परिहार, कोरबा के जिला संयोजक के आर डहरिया, मुंगेली के जिला संयोजक जे एस ध्रुव, गौरेला-मरवाही  के जिला  संयोजक डॉ संजय शर्मा, रायगढ़ के जिला संयोजक आशीष रंगारी, सारंगढ़ के जिला संयोजक फकीरा यादव के नेतृत्व में अब नई साहिबों, मोदी के गारंटी लेकर रहीबो नारे के साथ उग्र प्रदर्शन किया गया।
कैलाश चौहान संभाग प्रभारी बस्तर और टार्जन गुप्ता के मार्गदर्शन में बस्तर में कलम बंद, काम बंद आंदोलन को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। जिला संयोजक जगदलपुर आर डी तिवारी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। कांकेर के जिला संयोजक प्रमोद तिवारी, कोंडागांव के जिला संयोजक शिवराज सिंह ठाकुर , नारायणपुर के जिला संयोजक डॉ दीपेश रावटे, बीजापुर  के जिला  संयोजक के डी राय, दंतेवाड़ा के जिला संयोजक अरविंद यादव, सुकमा के जिला संयोजक विनायक साहू के नेतृत्व में अब नई साहिबों, मोदी के गारंटी लेकर रहीबो नारे के साथ उग्र प्रदर्शन किया गया।

ओंकार सिंह संभाग प्रभारी सरगुजा  और नृपेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में सरगुजा में कलम बंद, काम बंद आंदोलन को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। जिला संयोजक अंबिकापुर कमलेश सोनी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। सूरजपुर के जिला संयोजक डॉ आर एस सिंह, कोरिया के जिला संयोजक डॉ आर एस चांदे, बलरामपुर के जिला संयोजक डॉ दीपेश रावटे, बीजापुर  के जिला  संयोजक नन्द कुमार देवांगन, जशपुर के जिला संयोजक संतोष कुमार तानडे , मनेंद्रगढ़ चिरमिरी गोपाल सिंह के नेतृत्व में अब नई साहिबों, मोदी के गारंटी लेकर रहीबो नारे के साथ उग्र प्रदर्शन किया गया।आंदोलन में सभी जिलों के कर्मचारियों एवं शिक्षकों ने अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किए।*

नर्सिंग स्टाफ आंदोलन पर

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर नर्सिंग ऑफिसर्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के सदस्यों ने प्रदेश के सभी चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध चिकित्सालयों में 29, 30 और 31 दिसंबर को होने वाले निश्चितकालीन आंदोलन के लिए फॉर्म भर दिए हैं। यानी आज से अगले 2 दिन तक नर्सिंग स्टाफ आंदोलन में रहेंगे। यह संघ के चरणबद्ध आंदोलन का चौथा चरण है। संघ ने स्पष्ट किया है कि यदि 3 दिन के आंदोलन के बाद भी शासन ने मुख्य मांगों पर संवेदनशीलता नहीं दिखाई, तो प्रदेश स्तरीय अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा। जिससे अस्पतालों का कामकाज पूरी तरह प्रभावित होगा। संघ ने स्पष्ट किया है कि गंभीर मरीजों की देखभाल के लिए आवश्यक संख्या में नर्सिंग स्टाफ सेवाओं में उपस्थित रहेगा। अंबिकापुर चिकित्सालय में प्रशासन के आग्रह पर आंदोलन के बावजूद नर्सिंग संवर्ग ने संवेदनशीलता दिखाते हुए सेवाएं जारी रखीं, जिससे प्रबंधन को राहत मिली।

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