MEDICAL COLLAGE;सात मंजिला भवन का निर्माण कार्य जोरों पर,आगामी सत्र से नए भवन में पढाई मुश्किल

महासमुंद, मेडिकल कॉलेज के अकादमिक भवन और हॉस्टल का निर्माण कार्य जारी है। दिसंबर 2025 में कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सात मंजिल के अकादमिक भवन में ग्राउंड फ्लोर पर प्रशासनिक कार्यालय होगा। तीसरे फ्लोर पर सेट्रल लाइब्रेरी और चौथे लोर पर लैब, डेमो रूम बनाने की योजना है। इस सत्र से नए भवन में पढाई शुरु हो पाएगी इसमें संदेह है।
मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण कार्य दिसंबर 2023 में प्रारंभ हुआ था। सात मंजिला अकादमिक भवन तो तैयार हो गया है, लेकिन अब इंटीरियर का कार्य ही बाकी है। प्रथम मंजिल में डेमो रूम, रिसर्ज रूम, फेकल्टी ऑफिस आदि बनाया जाएगा। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय 89.19 एकड़ में 325 करोड़ रुपए में बनाया जा रहा है। वर्तमान अकादमिक भवन और हॉस्टल लगभग 40 एकड़ में बनाया गया है। वहीं दूसरी ओर यूजी हॉस्टल दो मंजिल का है। हॉस्टल में भी ग्राउंड व फर्स्ट फ्लोर में सिंगल शेयरिंग रूम में 17-17 और डबल शेयरिंग रूम में 34-34 होंगे।

वहीं सेकंड लोर पर सिंगल शेयरिंग रूम 18 और डबल शेयरिंग रूम 31 होंगे। इंटर्न हॉस्टल भवन तीन मंजिल का बनाया गया है। ग्राउंड में 16, प्रथम तल में 16, सेकंड लोर पर 16 और तृतीय मंजिल में सिंगल रूम चार होंगे। मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। खरोरा के पास भवनें आकार ले चुकी हैं। लगभग 58 फीसदी कार्य हो चुका है। दिसंबर 2025 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। मेडिकल कॉलेज तक नेशनल हाइवे-353 से मेडिकल कॉलेज तक फोरलेन बनाया जाएगा। जिससे लोग आसानी से आना-जाना कर सकें। इसके लिए मेडिकल कॉलेज द्वारा कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा गया है।
स्वीकृति मिलने पर कॉलेज तक पहुंचमार्ग बनाया जाएगा। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज जाने के लिए कच्ची सड़क है। वर्तमान में लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। छात्रों के लिए हॉस्टल बन चुका है। मार्ग में आने-जाने की व्यवस्था हो जाने पर हॉस्टल प्रारंभ भी किया जा सकता है। जिससे छात्रों को आने-जाने में दिक्कत नहीं होगी। मेडिकल कॉलेज के प्रो. अलख राम वर्मा ने बताया कि निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। दिसंबर 2025 तक पूरा होना है।
अस्पताल भी बनेगा
मेडिकल कॉलेज का अस्पताल भी बनाया जाएगा। वर्तमान में लगभग 40 एकड़ में ही कार्य हुआ है। लगभग भी लगभग 50 एकड़ जमीन मेडिकल कॉलेज के पास है। जिसमें अस्पताल और स्टॉफ क्वार्टर आदि भी बनना है। जो अगले चरण में बनाए जाएंगे। हॉस्टल की सौगात इसी वर्ष मिल सकती है। मेडिकल कॉलेज में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा। इसके अलावा सुविधाएं बढ़ेंगी। चिकित्सा की पढ़ाई करने वाले छात्रों को खुद का कैंपस मिलेगा। किराए के भवनों से मुक्ति मिलेगी।