
रायपुर, छत्तीसगढ़ राज्य में तेज धूप के कारण सड़कों पर लू की लहरें चल रही है, सड़के सूनी हो गई है। दो दिन पूर्व बूंदाबांदी बदली के कारण तापमान कम था। अब रायपुर का तापमान 42-43 डिग्री पहुंच गया है। कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने कहा है ऐसे स्थिति में सरकारी स्कूलों में तत्काल ग्रीष्म अवकाश घोषित करने का मांग मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से किया की थी। स्कूल बंद करने का निर्णय शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री ले लिया, जो स्वागतेय है।
श्री झा ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन से मांग की है कि सरकारी कार्यालयों में बढ़ते गर्मी- लू को देखते हुए कूलर,पंखे,पानी, पेयजल की व्यवस्था युद्ध स्तर पर करनी चाहिए अन्यथा शासकीय सेवक लू से ग्रस्त हो जाएंगे। इस प्रदेश में बड़े अधिकारी एसी में बैठते हैं। अधिकारियों को ऐसी युक्त बैठक कक्ष मिलती है और कर्मचारी पंखों पर जीने के लिए मजबूर होते हैं। कई कार्यालय में कूलर बंद है, उनको बनाने में हजार रुपए का खर्च बताया जाता है। स्कूलों कॉलेजों कार्यालयों में ठंडा पीने, पीने की पानी का अभाव है। छोटे बच्चे लू के कारण दस्त व उल्टी से ग्रसित हो रहे थे। ऐसी स्थिति में तत्काल स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। अब कार्यालय भी कम समय के लिए संचालित किया जाना छत्तीसगढ़ के आम नागरिक अधिकारी व कर्मचारियों के लिए लाभदायक होगा।
श्री झा ने ऐसी ही स्थिति मंत्रालय संचनालय की होने की बात कहते हुए मंत्रालय संचनालय के कर्मचारियों का जीवन चिंताजनक व संकट में है। इतनी गर्मी में बसों में आना जाना व दिन भर घर से दूर मंत्रालय में रहना अनुचित प्रतीत होता है। इस विषम परिस्थिति में महिला कर्मचारी एवं बुजुर्गों की सेवा, घर परिवार की देखभाल व्यवस्था व शासकीय सेवा इस भीषण गर्मी में परेशान कर रही है।