PROBLEM; राजस्व प्रकरणों का त्वरित समाधान का दावा खोखला, पटवारी के खिलाफ खोला मोर्चा
महासमुंद

0 पटवारी का रिश्वत लेते वीडियो दिखाकर ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांगा इंसाफ
महासमुंद, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आम नागरिकों की समस्याओं को त्वरित निराकृत करने के लिए संचालित सुशासन तिहार के तहत् कलेक्टर महासमुंद विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में राजस्व विभाग द्वारा समस्याओं का तत्परता से समाधान और जमीनी स्तर पर बदलाव की नई शुरुआत का दावा किया गया है। मगर इसके विपरीत अभी भी जिले में सरकारी तालाबों एवं सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत आम है। इसकी न तो लोग शिकायत कर रहे हैं और न ही पंच-सरपंच इस ओर राजस्व अफसरों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

ताजा मामला जिले के पिथौरा तहसील इलाके का है। जिले के पिथौरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पेंड्रावन में पटवारियों की कार्यशैली को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा है। बुधवार को पेंड्रावन व आसपास के करीब चार दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और दो पटवारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि पंड्रीपानी हल्का क्रमांक 50 के पटवारी विजय प्रभाकर ने एक साल पहले खसरा व बी-वन दस्तावेज उपलब्ध कराने के एवज में 500 रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस पूरे घटनाक्रम का कथित वीडियो भी ग्रामीणों ने सबूत के तौर पर कलेक्टर को सौंपा, जिसमें पटवारी विजय प्रभाकर के हाथ में 500 का नोट स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
वहीं पेंड्रावन के पटवारी विनय पटेल पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वे अपने हल्का क्षेत्र में समय पर नहीं आते, राजस्व मामलों का निराकरण लंबित रखते हैं और शिकायत करने पर ग्रामीणों के खिलाफ झूठी FIR दर्ज करा देते हैं। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि विनय पटेल पटवारी संघ के अध्यक्ष होने के नाते रिश्वत के वीडियो को दबाने और डिलीट करने का दबाव बना रहे हैं। कलेक्टर ने ग्रामीणों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।