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CRIME;हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर की पत्नी हिरासत में, फरार होने के बाद भी संपर्क में थी भावना

पत्नी हिरासत में

रायपुर, राजधानी रायपुर के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर और रोहित सिंह तोमर के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली जैसे गंभीर मामलों में फरार इन दोनों भाइयों की तलाश जारी है. इसी बीच पुलिस ने अब रोहित तोमर की पत्नी भावना तोमर को हिरासत में लिया है. पुलिस को सबूत मिले हैं कि फरारी के दौरान भावना अपने पति के संपर्क में थी. इसी आधार पर एक सीनियर महिला पुलिस अधिकारी की निगरानी में उससे पूछताछ की जा रही है.

‘शुभकामना’ कंपनी की आड़ में वसूली कर रही थी भावना

रोहित तोमर की पत्नी भावना तोमर को कल पुलिस ने हिरासत में लिया, क्योंकि वही सूदखोरी के लिए चलाई जा रही कंपनी शुभकामना वेंचर्स की डायरेक्टर है. इसी कंपनी की आड़ पर तोमर परिवार सूदखोरी और वसूली का अवैध धंधा चला रहा है. लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए पहले लोन दिया जाता है और बाद में 10 गुना तक पैसा वसूला जाता है. बता दें कि मंगलवार को पुलिस ने भावना को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया.

दो नईं शिकायतें मिली

पुलिस को इस मामले में दो और नई शिकायतें मिली हैं. शिकायतकर्ताओं ने बताया कि तोमर बंधुओं ने कर्ज देने के बाद उनसे जमीन के कागजात और कोरे चेक रखवा लिए थे. बाद में उनसे कई गुना ज्यादा रकम की मांग की गई और धमकी दी गई कि रकम नहीं देने पर उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया जाएगा. पीड़ित अब सामने आ रहे हैं और पुलिस इन शिकायतों की जांच कर रही है. वहीं, दस्तावेज और तकनीकी सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं.

18 जुलाई को पेशी

इससे पहले पुलिस ने दोनों आरोपियों पर 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था और अब कोर्ट से आदेश लेकर उनकी संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. कोर्ट ने दोनों को 18 जुलाई तक हाजिर होने का आदेश दिया है. पुरानी बस्ती और तेलीबांधा थानों में अब तक सात से ज्यादा मामले दर्ज हैं और पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

जैगुआर जब्ती के बाद खुलासा

रायपुर पुलिस ने फरार तोमर बंधुओं की गाड़ी जैगुआर जब्ती के बाद खुलासा किया है. गाड़ी का असल मालिक भी मौके पर पहुंचा है. जब्त की गई जैगुआर कार भिलाई निवासी मनोज कुमार वर्मा की है. मनोज वर्मा ने तोमर बंधुओ से 5 साल पहले 3,00,000 उधार लिया था. इसके बदले में उसने अपनी गाड़ी गिरवी रखी थी. मनोज वर्मा उधार लेने के बाद 8 लाख रुपए चुका चुका था. इसके बावजूद तोमर ब्रदर्स उसकी कार वापस नहीं कर रहे थे.

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