YOUTH DAY; सदियों तक युवाओं एवं मानव जाति के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने रहेंगे स्वामी विवेकानंद
0 कृषि महाविधलाया में राष्ट्रीय युवा दिवस पर कार्यक्रम
नारायणपुर, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत कृषि महाविधलाया एव अनुसंधान केन्द्र, नारायणपुर में राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी कृष्णामृतानन्द ,प्राचार्य, स्वामी विवेकन्द विधयापीठ राम कृष्ण मिशन नारायणपुर तथा विशिष्ठ अतिथि स्वामी विश्वापानंद प्रभारी ब्रहबेडा कृषि फार्म राम कृष्ण मिशन नारायणपुर थे। अध्यक्षता डॉ. रत्ना नशीने अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना ने की। कृषि महाविद्यालय के द्वारा रामकृष्ण मिशन, नारायणपुर द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस-2024 कार्यक्रम की रैली निकाली गई और बाद में महाविद्यालय के छात्रों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई।
संत कृष्णामृतानंद महाराज ने अपने आशीर्वचन में बच्चों को स्वामी विवेकानन्द जी के जीवन के अक्षुण्ण उपदेशों को बताया और उनके मूल्यों पर चलकर एक आदर्श युवा एवं राष्ट्र का उत्कृष्ट नागरिक बनने की सलाह दी। मुख्य अतिथि स्वामी विश्वापानंद महाराज ने अपने आशीर्वचन में बच्चों को स्वामी विवेकानन्द जी के ‘बल ही जीवन है, और दुर्बलता ही मृत्यु है’ वचन का उद्धरण देते हुए यह सलाह दी कि अपने जीवन में आलस और दुर्बलता का कोई स्थान न रहने दें और यदि आप सभी छात्र ऐसा करेंगे तो निश्चित ही अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करके राष्ट्र के लिए स्वयं को एक धरोहर के रूप में प्रणीत करेंगे।
अधिष्ठाता डॉ. रत्ना नशीने ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है ? स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। वे वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक कायस्थ परिवार में हुआ था। पूरे विश्व में स्वामी विवेकानंद की आज (12 जनवरी 2024) 161वीं जयंती मनाई जा रही है। युवा दिवस की थीम पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी युवा दिवस को एक विशेष थीम पर मनाया जा रहा है, इस साल की थीम है, “इंट्स ऑल इन द माइंड” यानी जो भी है सबकुछ आपके दिमाग में है।
अतिथि शिक्षक डॉ. कृष्णा गुप्ता, डॉ. नवनीत ध्रुवे, डॉ. सुमित,किशोर कुमार मंडल, सूर्यकान्त चौबे ने अपने अलग अलग उद्बोधन में कहा कि वे “युवाओं की विचारधारा और जीवन को सही दिशा देने के उद्देश्य 1985 में भारत सरकार ने स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी। इस खास अवसर पर स्कूल-कॉलेजों में स्वामी जी के मूल्यों और दर्शनों से ओतप्रोत भाषण इत्यादि प्रतियोगिताएं जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ताकि युवाओं को अपनी प्रतिभा और विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखने का मौका मिल सके।”
कृषि महाविद्यालय में 10 से 12 जनवरी 2024 तक 3 दिवसीय राष्ट्रीय युवा दिवस- 2024 कार्यक्रम में क्रिकेट, परिचर्चा, भाषण, वाद-विवाद, पोस्टर, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, रंगोली , श्रमदान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम इत्यादि की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इसमें मुख्य रूप से गर्व वानखेड़े ने भाषण, प्रतिभा साहू ने अपनी रौद्र रस से कविता प्रस्तुत किया।
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