ओम माथुर बोले- एक हफ्ते में आएगी दूसरी लिस्ट; वरिष्ठ नेता जिताऊ नहीं तो उनकी भी टिकट कटेगी
अंबिकापुर, भाजपा के चुनाव प्रभारी ओम माथुर ने कहा है कि 21 प्रत्याशियों की पहली सूची के बाद अब बीजेपी प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट भी एक हफ्ते के अंदर आ जाएगी। ओम माथुर शनिवार को कोरिया जिले के दौरे पर हैं, जहां बैकुंठपुर रेस्ट हाउस में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कहीं। ओम माथुर ने कहा कि भाजपा में टिकट जिताऊ कैंडिडेट को दिया जाएगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता भी अगर जिताऊ नहीं हैं, तो उन्हें टिकट नहीं मिलेगा।
एक हफ्ते में आ जाएगी दूसरी लिस्ट
भाजपा चुनाव प्रभारी ने कहा कि पार्टी की दूसरी बड़ी लिस्ट एक सप्ताह में आ जाएगी, जिसमें बाकी बचे अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी घोषित कर दिए जाएंगे। ओम माथुर ने कहा कि भाजपा सिस्टम की पार्टी है, किसी परिवार की पार्टी नहीं है, किसी एक नेता की पार्टी नहीं है। ऊपर से नीचे तक सबकी राय लेकर भाजपा प्रत्याशी तय कर रही है। प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होगा। भाजपा का चेहरा कमल निशान होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
ED, IT पर आरोप लगाना गलत
भाजपा चुनाव प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितता चरम पर है। ईडी, आईटी और केंद्रीय जांच एजेंसियां रोज नए खुलासे कर रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास बोलने को कुछ नहीं है। यूपीए-1 और यूपीए- 2 में कांग्रेस का शासन था। कोई महीना ऐसा नहीं गया, जब इन्हीं संस्थाओं ईडी, आईटी और सीबीआई ने कार्रवाई न की हो। तत्कालीन केंद्रीय मंत्रियों और उनके नेताओं पर कार्रवाई हुई और वे जेल गए, तो क्या तब भी ये संस्थाएं नरेंद्र मोदी के नियंत्रण में थीं? ये संवैधानिक संस्थाएं हैं, उनके केस का एक प्रोसेस है।
सरगुजा संभाग की समीक्षा
उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग की समीक्षा करने बीजेपी प्रभारी ओम माथुर पहुंचे थे। 14 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की स्थिति को लेकर उन्होंने फीडबैक लिया और कहा कि भाजपा पूरी ताकत के साथ चुनाव में जुटी हुई है। प्रदेश में परिवर्तन की बयार बह रही है। चुनाव के 90 दिनों पहले ही 21 प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं। इनमें से कुछ प्रत्याशियों के क्षेत्र में विरोध के सवाल पर ओम माथुर ने कहा कि ऐसी कहीं कोई स्थिति नहीं है। एक जगह कई दावेदार होते हैं, जिनमें से किसी एक को टिकट मिलने पर कुछ नाराजगी हो सकती है। पहले टिकट बांटे जाने का फायदा ये है कि वहां भाजपा डैमेज कंट्रोल कर लेगी।