एम्स में कुष्ठ रोग के लिए प्रत्येक गुरुवार विशेष क्लिनिक
0 एम्स में प्रत्येक माह 40 से 50 कुष्ठ रोगी पहुंच रहे उपचार के लिए 0 हड्डी रोग विभाग, पीएमआर और फिजियोथैरेपी दे रहे संयुक्त उपचार
रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कुष्ठ रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रत्येक गुरुवार को विशेष क्लिनिक संचालित करने का निर्णय लिया है। विशेष क्लिनिक के माध्यम से दवाओं से लेकर विकलांगता निवारण तक का सभी उपचार एम्स में निःशुल्क प्रदान किया जाएगा।
वर्तमान में चर्म रोग विभाग में प्रत्येक माह 40 से 50 कुष्ठ रोगी उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। इन रोगियों को जांच के पश्चात् निःशुल्क एमडीटी प्रदान की जाती है। रोगी को उपचार के साथ इनके परिजनों का भी कुष्ठ रोग के लिए परीक्षण और रिएक्शन का इलाज प्रदान किया जाता है।
गंभीर कुष्ठ रोगियों को उपचार के साथ विकलांगता निवारण के लिए हड्डी रोग विभाग, पीएमआर और फिजियोथैरेपी विभाग के साथ मिलकर विशेषज्ञ उपचार दिया जाता है। रोगियों को त्वरित राहत देने और छत्तीसगढ़ में मिल रहे रोगियों पर शोध और अनुसंधान के लिए डेटा एकत्रित करने के उद्देश्य से अब चर्म रोग विभाग में प्रत्येक गुरुवार को दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक विशेष क्लिनिक संचालित होगी। इसके लिए दोपहर 1.30 से 3.30 बजे तक पंजीकरण कराया जा सकेगा।
चर्म रोग विभाग की सह-प्राध्यापक डॉ. नम्रता छाबड़ा शर्मा के अनुसार यदि सही समय पर कुष्ठ रोग का इलाज प्रारंभ कर दिया जाए तो इससे पूर्णतः मुक्ति संभव है। कुष्ठ रोगी ठीक होने के बाद सामान्य जीवन यापन कर सकते हैं। कुष्ठ रोग के प्रमुख लक्षणों में त्वचा पर हल्के रंग के सुन्न दाग, हाथ-पैरों में ठंडा-गर्म महसूस न होना या कमजोरी आना प्रमुख हैं।
राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत इन कुष्ठ रोगियों को निःशुल्क उपचार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शारीरिक अक्षमता से बचने और अंगों को खराब होने से बचाने के लिए समय पर कुष्ठ रोग का उपचार आवश्यक है।