एम्स में मरीजों को अब मिलेंगे मिलेट्स आहार;कैंटीन की थाली में भी शामिल
रायपुर, राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती मरीज और उनके स्वजन के लिए अब पोषक तत्वों से भरपूर मिलेट्स के आहार भी उपलब्ध होंगे। एम्स ने मरीजों को दिए जाने वाले भोजन में मिलेट्स को भी शामिल करने का निर्णय लिया गया है।
साथ ही इनसे बनने वाले विभिन्ना व्यंजन जैसे कुटकी, सांभर भात, कोदो दही भात, कंगनी खीर आदि भी यहां की कैंटीन में उपलब्ध होंगे। निदेशक डा. नितिन एम. नागरकर ने बताया कि भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष-2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया जा रहा है।
इस क्रम में एम्स ने पहल करते हुए रोगियों, उनके स्वजन और कर्मचारियों के लिए मिलेट्स से बने स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मिलेट्स के रूप में ज्वार, बाजरा, रागी, मडुवा, सावां, कोदो, कुटकी, कंगनी, चीना आदि को नियमित रूप से रोगियों के भोजन और कैंटीन की थाली में शामिल किया जाएगा।
अधिष्ठाता (अकादमिक) प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल ने बताया कि मिलेट्स में शरीर के लिए आवश्यक एंटी आक्सीडेंट्स, कम कैलोरी और कम ग्लायसेमिक इंडेक्स होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। चीफ डायटिशियन नुपूर जैन के अनुसार मिलेट्स अनाजों में प्रचुर प्रोटीन, फाइबर और डायटरी सप्लीमेंट्स होते हैं, जो चावल और गेहूं से नहीं मिल पाते हैं। मोटे अनाज किफायती होते हैं और हर मौसम में उपलब्ध होते हैं। अत: इन्हें नियमित रूप से खाने में शामिल किया जा सकता है। इस अवसर पर उप-निदेशक अंशुमान गुप्ता, प्रो. एली मोहापात्रा, डा. अतुल जिंदल, डा. दिबाकर साहू, डा. रमेश चंद्राकर, वी. सीतारामू सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।