ओडिशा में कांग्रेस को मिला 17 दलों का समर्थन; भाजपा को मात देने के लिए विभिन्न मुद्दों पर बनाई गई रणनीति
भुवनेश्वर, ओडिशा एवं देश में आम चुनाव के लिए भले ही अभी वक्त हो मगर राजनीतिक दलों ने चुनाव को लेकर अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व में 17 गैर-बीजद और गैर-भाजपा दल एक साथ आए हैं और आने वाले दिनों में राज्य के सभी जिलों में संयुक्त रूप से आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है।
इन नेताओं ने देश और राज्य के प्रमुख मुद्दों पर लोगों में जागरूकता पैदा करने के अलावा ‘नवीन और मोदी हटाओ, ओडिशा और देश बचाओ’ का नारा दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शरत पतनायक की अध्यक्षता में 17 विपक्षी दलों का संयुक्त सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन में गैर-बीजद और गैर-भाजपा दलों ने लंबे समय तक मौजूदा राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर चर्चा की और आगे की रणनीति तय की।
इस सम्मेलन में 17 विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से देश और प्रदेश के प्रमुख मुद्दों जैसे किसानों की समस्या, बेरोजगारी, महंगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिला उत्पीड़न, सामाजिक न्याय, चिटफंड, खनन, जल एवं वेदांता विश्वविद्यालय भ्रष्टाचार और टाटा पावर की उपभोक्ता शोषण नीति को लेकर प्रदेश के सभी हिस्सों और जिलों में उग्र आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
ओडिशा के लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि राज्य में बीजद ओडिशा के लोगों के साथ विश्वासघात करने के साथ ही राज्य के हितों का त्याग करके अपने संकीर्ण राजनीतिक हितों को पूरा करने के लिए मोदी सरकार के सभी जनविरोधी नीतिगत फैसलों का निस्वार्थ भाव से समर्थन कर रही है।
संयुक्त विपक्ष ने नवीन और मोदी सरकारों के अलिखित गठबंधन की कड़ी आलोचना की और जनहित के लिए एक सतर्क प्रहरी के रूप में राज्य भर में निर्बाध संघर्ष करने का संकल्प लिया। राज्य के लोगों से बीजद और भाजपा दोनों के असली चेहरे को पहचानने और उनसे संयुक्त विपक्षी गठबंधन के हर आंदोलन में शामिल होने के लिए अनुरोध किया गया है। सम्मेलन में संयुक्त विपक्ष ने मणिपुर मुद्दे और चुनाव आयोग की नियुक्ति संबंधी विधेयक का कड़ा विरोध किया और मोदी सरकार के रुख की निंदा की। सम्मेलन में पूर्व पीसीसी अध्यक्ष और सम्मेलन के संयोजक प्रसाद हरिचंदन ने बैठक की प्रारंभिक जानकारी दी।
सम्मेलन में मौजूद नेता
माकपा नेता जनार्दन पति, माकपा के प्रदेश महासचिव अलीकिशोर पटनायक, भाकपा के प्रदेश महासचिव अभय साहू, आप के प्रदेश अध्यक्ष निशिकांत महापात्र, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रवि बेहरा, झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अंजनी सोरेन, शिवाजी मौलिक, समृद्ध ओडिशा के प्रदेश अध्यक्ष जतीश चंद्र मोहंती ने मंच को संबोधित किया। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि नंदन पाल, सीपीआई (एम एल) लिब्रेशन के महासचिव युधिष्ठिर महापात्र, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के प्रदेश महासचिव ज्योति रंजन महापात्र, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बिक्रम स्वांई, राजद के प्रदेश महासचिव हेमंत कुमार, समता क्रांति दल के प्रदेश महासचिव प्रभास सामंतराय, आरपीआई के प्रदेश अध्यक्ष शेख अब्दुल वाली ने भी अपने विचार रखे।