टिकट को लेकर सियासत गर्म; गुटबाजी शुरु, प्रत्याशी को प्रतिद्वंदी से पहले अपनों से लड़ना होगा
रायपुर, छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले नेताओं के बगावती तेवर दिखाई देने लगे हैं। टिकिट के ऐलान से पहले कांग्रेस में और पहली लिस्ट के बाद बीजेपी में विरोध का दौर चल पड़ा है। कई जगहों में टिकिट बंटवारे को लेकर प्रत्याशी के खिलाफ विरोध जताने वाले खड़े हो गए हैं, तो कहीं संभावित दावेदारों का खुलकर विरोध किया जा रहा है। पहले चुनाव में जब टिकिट बांटे जाते थे तब कांग्रेस में बगावती सुर ज्यादा सामने आते थे लेकिन बीजेपी में भी ये स्थिति पहली ही लिस्ट के बाद दिखाई देने लगी है,जबकि कांग्रेस में लिस्ट जारी होने से पहले ही संभावित प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है।
राजिम विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी का विरोध
हाल ही में राजिम विधानसभा में पार्टी द्वारा घोषित अधिकृत प्रत्याशी रोहित साहू को पार्टी की ही बैठक से बाहर जाने कह दिया गया और यहां पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के सामने नाराज नेताओं ने जमकर भड़ास निकाली।
कौशिक यहां डेमेज कंट्रोल के लिए पहुंचे थे और छुरा के विश्राम गृह पार्टी पार्टी के पदाधिकारियों और शक्ति केंद्र प्रभारियों की बैठक ले रहे थे, इसी बीच जिला अध्यक्ष राजेश साहू ने प्रत्याशी रोहित साहू को बैठक कक्ष से बाहर जाने कहा। रोहित के बाहर जाते ही खुल कर विरोध शुरू हो गया। यहां 15 से ज्यादा टिकट के दावेदारों ने अपनी भड़ास निकाली। सभी इस बात से नाराज थे की ,पार्टी के पुराने नेताओं की जगह नए व्यक्ति को टिकिट दे दी गई। इतना ही नहीं कुछ नेताओं ने तो अभी से उम्मीद्वार के हारने का ऐलान भी कर दिया।
कार्यकर्ताओं ने किया मंत्री का विरोध
मंत्री गुरु रुद्र कुमार भले ही अहिवारा विधानसभा से विधायक हैं लेकिन सूत्रों के मुताबिक उन्होंने अपनी दावेदारी नवागढ़ विधानसभा से पेश की है। ऐसे में बीते सप्ताह नवागढ़ से आए कुछ कार्यकर्ताओं ने राजीव भवन पहुंचकर मंत्री को प्रत्याशी नहीं बनाने की मांग करे लगे और स्थानीय विधायक गुरुदयाल बंजारे को ही फिर से टिकिट देने की मांग की।
मोहन मरकाम के खिलाफ भी कार्यकर्ता लामबंद
मंत्री मोहन मरकाम के खिलाफ शिकायत करने शुक्रवार की रात कोंडागांव से कई कांग्रेस कार्यकर्ता रायपुर पहुंचे थे। वे यहां प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा से मिलना चाहते थे लेकिन देर रात तक स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक सीएम हाउस में चल रही थी तब मुलाकात नहीं हो पाई और भटकर कार्यकर्ता नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बंगले के सामने बाहर आकर बैठ गए। कार्यकर्ताओं का कहना था कि पूर्व पीसीसी अध्यक्ष और मंत्री मोहन मरकाम की जगह कोंडागांव से कांग्रेस का प्रत्याशी बदला जाए।
अपने ही विधायक के खिलाफ दावेदार ने किया प्रदर्शन
रायपुर ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर पार्टी से अपने बेटे पंकज शर्मा को टिकिट देने की पेशकश की है। पिता के बाद बेटे को ही इस विधानसभा क्षेत्र से टिकिट दिए जाने से संभावनाों से ही कई स्थानीय नेता नाराज चल रहे हैं। इसी कड़ी में एक नाम रायपुर नगर निगम के पार्षद और एमआईसी सदस्य नागभूषण राव का भी है। उन्होंेने अपने ही पार्टी के विधायक सत्यनारायण शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और क्षेत्र में गरीबों नाम नाम पट्टा देने वाली सर्वे की लिस्ट से गायब होने का विरोध किया गया।
क्षेत्र के गरीबों के साथ कलेक्ट्रेट का घेराव कर नागभूषण राव ने जमकर नारेबाजी की हांलाकि उन्होंने विधायक सत्यनारायण शर्मा को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की और ना ही उनका नाम लिया लेकिन राजनीतिक जानकार इसे ग्रामीण की टिकिट के दावेदार नागभूषण राव की चुनाव से पहले की ही सियासत बता रहे हैं।
प्रत्याशियों को प्रतिद्वंदियों से पहले अपनों से लड़ना होगा
शुरुआत में ही जब इस तरह के तेवर दिखाई दे रहे हैं तब ये तो तय है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को बागी तेवर झेलने होंगे। ऐसे में जनता के बीच जनता के बीच जाने से पहले प्रत्याशी को प्रतिद्धंदी चेहरों के साथ अपनों की बगावत से भी लड़ना होगा।