मासूम को सांप ने काटा; पक्की सड़क नहीं होने से सही समय पर इलाज भी नहीं, मोटरसाइकिल पर शव को पहुंचाया घर
गरियाबंद, छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र से हृदय विदारक घटना सामने आई है। गांव तक पक्की सड़क नहीं होने के कारण जहरीला सांप काटने के बाद एक मासूम को समय पर इलाज नहीं मिल पाया। जिससे बच्चे की असमय ही मौत हो गई। इससे भी दुखद यह है कि मृतक मासूम की लाश को गांव तक पक्की सड़क नहीं होने के कारण पिता और परिजनों ने मोटर साइकिल के सहारे रोते बिलखते घर तक पहुंचाया गया।
दरअसल, तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 36 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत भुतबेडा के आश्रित ग्राम तेन्दुछापर के शासकीय प्राथमिक शाला में पढ़ाई करने वाले कक्षा दूसरी के छात्र चन्द्रहास पिता सीताराम नेताम उम्र 07 वर्ष अपने परिजनों के साथ जमीन पर सोया हुआ था। वहीं बीते दिन गुरुवार 3 अगस्त को तड़के चार बजे के आसपास मासूम चन्द्रहास को जहरीले सांप ने काट दिया। उसने तत्काल अपने माता-पिता को इसकी सूचना दी और परिजनों ने सांप को पकड़कर मारा।
इसके बाद मासूम को गांव से लगभग तीन किलोमीटर दूर कच्ची दलदल पगडंडी मार्ग से लेकर सड़क तक पहुंचे और 108 संजीवनी एक्सप्रेस के माध्यम से मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और मासूम की रास्ते में ही मौत हो गई। मैनपुर अस्पताल पहुंचने पर डाॅक्टरों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया जिसके बाद मृतक का पंचनामा व पोस्टमार्टम कर बकायदा मासूम के शव को स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुक्तांजली वाहन से उनके घर के लिए रवाना किया गया। लेकिन ग्राम तेन्दुछापर तक पक्की सड़क नहीं होने के कारण भूतबेडा मुख्य सड़क तक ही शव को मुक्तांजलि वाहन से पहुंचाया।