रेलवे ने साउथ बिहार, दुरंतों जैसी 7 ट्रेनों को किया कैंसिल
बिलासपुर, बिलासपुर रेल मंडल के कटनी रूट पर मालगाड़ी के टक्कर होने के बाद अब रेलवे ने विकास कार्य के बहाने 26 अप्रैल को सात ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। वहीं, कई गाड़ियां देरी से रवाना होगी और कुछ गाड़ियों को बीच रास्ते में ही समाप्त कर दिया जाएगा। मंगलवार को भी रेलवे ने बिना जानकारी दिए कई गाड़ियां देर से रवाना की, जिससे यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
रेलवे प्रशासन की ओर से अधोसंरचना विकास के लिए दक्षिण पूर्व रेल मंडल के चक्रधरपुर रेल मंडल में तीसरी लाइन का काम चल रहा है। इसके तहत बामरा एवं धारुआडीह रेलवे स्टेशन के बीच कनेक्टिविटी का काम होगा, जिसके कारण 25 और 26 अप्रैल को कुछ गाड़ियों को कैंसिल कर दिया गया है। इस काम के पूरा होने के बाद गाड़ियों के समयबद्ध तरीके से चलने का दावा किया गया है।
रद्द होने वाली गाड़ियां
- 26 अप्रैल,को 18109/18110 टाटानगर-इतवारी-टाटानगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
- 26 अप्रैल को 18113/18114 टाटानगर –बिलासपुर – टाटानगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
- 26 अप्रैल को दुर्ग से चलने वाली 13287 दुर्ग-राजेंद्रनगर साउथ बिहार एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
- 26 अप्रैल को हावड़ा से चलने वाली 12262 हावड़ा-सीएसटीएम दुरन्तो एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
रेलवे के मनमाने रवैए से परेशान हैं यात्री
रेलवे प्रशासन की मनमानी रवैए से यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है। मंगलवार को रेलवे ने छत्तीसगढ़ से होकर चलने वाली 12261 हावड़ा-सीएसटीएम दुरन्तो एक्सप्रेस को अचानक रद्द कर दिया। इसी तरह कुर्ला से चलने वाली 22511 कुर्ला-कामाख्या एक्सप्रेस सात घंटे देरी से रवाना की गई। वहीं, योगनगरी ऋषिकेश से चलने वाली 18478 योगनगरी ऋषिकेश-पूरी उत्कल तीन घंटे 45 मिनिट देरी से रवाना की गई। रेलवे ने इसके लिए पहले से कोई जानकारी नहीं दी थी, जिसके कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बीच में समाप्त होने वाली गाडियां
25 अप्रैल को राजेंद्रनगर से छूटने वाली 13288 राजेंद्रनगर-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस को राऊरकेला में समाप्त होगी एवं इसी रैक को राऊरकेला एवं राजेंद्रनगर के बीच स्पेशल ट्रेन के रूप चलाई जाएगी।
18 अप्रैल से चार दिन तक रद्द रही गाड़ियां
बीते 18 अप्रैल की सुबह मध्यप्रदेश के सिंहपुर स्टेशन में दो मालगाड़ियों में भीषण टक्कर हो गई थी। इस हादसे के बाद बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग से संपर्क टूट गया था, जिसके कारण रेलवे ने इस रूट की कई गाड़ियों को कैंसिल कर दिया था। वहीं, लंबी दूरी की गाड़ियों को परिवर्तित मार्ग से चलाई गई। रेल लाइन में सुधार कार्य के चलते बिलासपुर- कटनी रेल मार्ग को चार दिन बाद चालू किया गया।