विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर कवासी लखमा बोले – मेरे टिकट की गारंटी नहीं, हाइकमान तय करेगी
जगदलपुर, प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी मंत्री कांग्रेस नेता कवासी लखमा ने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि टिकट वितरण की एक प्रकिया होती है। कोई यदि यह मानकर चलता है कि उसकी टिकट पक्की है तो यह गलत है। टिकट की गारंटी तो मेरी भी नहीं है। उनके इस बयान के सामने आने के बाद भाजपा नेता भी चुटकी ले रहे हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार और पार्टी के विधायक मंत्री जनता का विश्वास खो चुके हैं इसलिए इन्हें टिकट की गारंटी नहीं है।
दो दिन पहले बस्तर दौरा पूरा कर रायपुर लौटने से पहले अपने बयान में कवासी लखमा ने टिकट को लेकर कहा था कि ये मेरा मामला नहीं है। टिकट बदलेंगे या नहीं बदलेंगे मामला हाइकमान का है। मैं पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नहीं हूं। मैं कोई प्रभारी नहीं हूं। इसलिए मैं कह रहा हूं कि कांग्रेस पार्टी में मेरी टिकट की गारंटी नहीं है। टिकट को लेकर बोलने का मुझे कोई अधिकार नहीं है। टिकट तय करने का काम हाइकमान का है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टिकट तय करेंगे। चुनाव पार्टी लड़ाती है। मैं छोटा कार्यकर्ता हूं।
कांग्रेस में गांधी परिवार की भूमिका को लेकर सवाल के जवाब में मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि गांधी परिवार का बस्तर को पूरा फायदा मिला है। पंचायती राज इसी परिवार की देन है। सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने वन अधिकार पत्र देने का निर्णय लिया। बस्तर में आश्रम छात्रावास खोलने का निर्णय कांग्रेस ने लिया था। नेहरू गांधी परिवार ने बस्तर के आदिवासियों के विकास की चिंता की। भाजपा के केदार कश्यप जब आदिवासी विकास विभाग के मंत्री थे सैकड़ों स्कूलों को बंद करने का काम किया। ये लोग क्या बात करेंगे। कवासी लखमा ने कहा कि प्रियंका गांधी बस्तर आई तो उन्हें देखने सुनने हजारों लोग एकत्र हुए। यह इस परिवार का बस्तर के साथ जुड़ाव है। इसका फायदा चुनाव में मिलेगा।