सगनी घाट के बाद अब अरसनारा में बन रहा ब्रिज का स्ट्रक्चर बहा; कार्यपालन अभियंता ने बताया सामान्य घटना, ठेकेदार और इंजीनियर को जारी होगा नोटिस
दुर्ग, छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शिवनाथ नदी के सगनी घाट पर बनाए जा रहे ब्रिज के सट्रक्चर बहने के बाद उसी दिन अरसनारा में पुल का निर्माणाधीन ढांचा बह गया। गनीमत ये रही कि घटना के दौरान वहां पर कोई मौजूद नहीं था। घटना का वीडियो सामने आया था। दोनों ही निर्माणाधीन पुल पर लोगों को जाने से रोकने के लिए सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए थे।
पीडब्ल्यूडी सेतु विभाग और ठेकेदार की ये लापरवाही लोगों की जान भी ले सकती थी। सगनी घाट और सिल्ली गांव को जोड़ने वाले मार्ग में शिवनाथ नदी पर में 16.40 करोड़ की लागत से ब्रिज बनाया जा रहा है। निर्माणाधीन 400 मीटर लंबे इस पुल में लोगों को जाने से रोकने के लिए किसी प्रकार की कोई बैरिकेडिंग या सुरक्षा के उपाए नहीं किए गए थे। अमर इंफ्रा स्ट्रक्चर के ठेकेदार नरेंद्र राठी दुर्ग के ही रहने वाले है।
ग्रामीणों और वहां काम कर रहे कर्मचारियों की माने तो निर्माण को देखने के लिए ठेकेदार और कार्यपालन अभियंता आते ही नहीं है। ब्रिज का निर्माण केवल एक मुंशी के भरोसे चल रहा है। इसके चलते ही पिछले साल इसी ब्रिज से एक युवक शिवनाथ नदी में गिर गया था और उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद भी ठेकेदार और अधिकारियों की आंख नहीं खुली अब तक सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए।
शिवनाथ नदी में बन रहे एक और पुल का स्ट्रक्चर बहा
अरसनारा में दो गांव को जोड़ने के लिए कई करोड़ की लागत से शिवनाथ नदी पर पीडब्ल्यूडी सेतु निगम एक हाई एप्रोच ब्रिज का निर्माण कर रहा था। घटिया निर्माण के चलते इस ब्रिज का स्ट्रक्चर बनाने के लिए की गई सेंटरिंग भी बुधवार को बह गई।
सगनी से सिल्ली मार्ग में उच्च स्तरीय पुल निर्माण का 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण
सरकारी प्रवक्ता ने स्पस्ट किया है कि जिला मुख्यालय दुर्ग से 30 किलोमीटर दूर दुर्ग और धमधा ब्लॉक की सीमा स्थित सगनी से सिल्ली मार्ग में शिवनाथ नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण का कार्य लगभग 75 प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है। उच्चस्तरीय पुल की लंबाई 400 मीटर है। वर्तमान में 17 में से 14 स्पॉन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग, सेतु निर्माण संभाग दुर्ग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में अनुबंधक द्वारा स्लैब कार्य हेतु स्टेजिंग एवं सटरिंग का कार्य किया गया था। स्लैब कार्य में विलंब और वर्षा ऋतु प्रारंभ हो जाने के कारण विभाग द्वारा अनुबंधक को स्टेजिंग एवं सटरिंग को हटाने हेतु निर्देशित किया गया था। भारी वर्षा होने के कारण अनुबंधक स्टेजिंग एवं सटरिंग हटाने का कार्य नहीं कर पाया। नदी में जल स्तर बढ़ने से स्टेजिंग एवं सटरिंग गिर गया। किए गए कार्य में किसी भी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई है। पुल निर्माण अनुबंधक मेसर्स अमर इन्फ्रास्ट्रक्चर दुर्ग द्वारा किया जा रहा है।