सबसे तगड़ी इलेक्ट्रिक कार! सिंगल चार्ज में 1000KM की रेंज, 10 मिनट में फुल चार्ज
नईदिल्ली, इलेक्ट्रिक कारों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इसकी रेंज है. अभी तक भारत के कार बाजार में सबसे टाटा की नेक्सॉन इलेक्ट्रिक कार सबसे सफल गाड़ी है. इसकी अधिकतम रेंज 330 किमी है. जबकि दुनिया के स्तर पर देखें तो टेस्ला कंपनी की इलेक्ट्रिक कार सबसे सफल है. इसकी सिंगल चार्ज में अधिकतम रेंज करीब 550 किमी है. इसी कमी को पूरा करने के लिए दुनिया की कंपनियां बैटरी को लेकर शोधकार्य में जुटी हुई है. एक दिग्गज कार कंपनी 1000 किमी की रेंज वाली इलेक्ट्रिक कार बाजार में उतारने जा रही है. इसके लिए उनसे अलगी पीढ़ी की लीथियम ऑयन बैटरी बनाने में सफलता हासिल कर ली है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी का दावा है कि उसने इसके लिए सॉलिड स्टेट बैटरी और अन्य तकनीक के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उसकी यह बैटरी उसकी आने वाली कार को सिंगल चार्ज में 1000 किमी तक दौड़ाएगी. इसके साथ ही यह बैटरी बेहद तेजी से चार्ज होगी. केवल 10 मिनट में यह फुल चार्ज हो जाएगी. यानी जब आप लॉन्ग ड्राइव पर जाते हैं और उस दौरान चाय पीने के लिए ब्रेक लेते हैं, उतनी देर में आपकी कार फुल चार्ज हो जाएगी. ऐसे में आप देश-दुनिया के सफर के दौरान अपनी इलेक्ट्रिक कार को चार्ज करने की टेंशन से मुक्त हो सकते हैं.
2030 तक 35 लाख कारें बनाएगी कंपनी
आप फॉर्च्यूनर और इनोवा जैसी बेहद सफल गाड़ियों के बारे में जानते होंगे. तो हम आपको बता दें कि इन गाड़ियों को बनाने वाली कंपनी टयोटा ने इस बैटरी कार को विकसित करने का दावा किया है. कंपनी का कहना है कि वह अगली पीढ़ी की लिथियम ऑयन बैटरी विकसित कर रही है. इसे बाजार में 2026 तक ला दिया जाएगा. इसी बैटरी के जरिए वह 1000 किमी की रेंज वाली कार बना रही है. कंपनी का कहना है कि वह 2030 तक इस तकनीक से बनने वाली इलेक्ट्रिक कारों की 35 लाख यूनिट्स की बिक्री करेगी.
बिजनेस वेबसाइट लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक अभी दुनिया के बाजार में सबसे अधिक रेंज वाली इलेक्ट्रिक कार टेस्ला की Y मॉडल है, जिसकी रेंज 530 किमी है. यह मुख्य रूप से अमेरिका में बिकती है. भारत की बात करें तो इस वक्त अपने देश के बाजार में सबसे अधिक बिकने वाली वाली इलेक्ट्रिक कार टाटा की नेक्सॉन ईवी है. इसकी रेंज 330 किमी है. ऐसे में टयोटा की आने वाली कार नेक्सॉन से तीन गुना ज्यादा रेंज वाली होगी. यानी आप सिंगल चार्ज में करीब-करीब दिल्ली से पटना पहुंच जाएंगे.
कितनी होगी कीमत?
तमाम कोशिश के बावजूद दुनिया में कहीं भी कीमत के मामले में इलेक्ट्रिक कारें, पेट्रोल कारों की बराबरी नहीं कर पाई हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले दिनों लीथियम की कीमत बढ़ने के कारण बैटरी का खर्च भी बढ़ गया है. ऐसे में कंपनियां इस वक्त बाजार में मौजूद लीथियम ऑयन बैटरी में ऊर्जा संचयन को और प्रभावी बनाने के लिए शोध कार्य में जुटी हुई हैं. जहां तक टयोटा की आने वाली इलेक्ट्रिक कार की बात है तो वह भी इस बात को भली-भांति जानती है. ऐसे में कंपनी इलेक्ट्रिक कार के निर्माण के लिए एक डेडिकेटेड ईवी प्लेटफॉर्म बनाने जा रही है, जिसमें सारे कार्य ऑटोमेटिक मोड में होंगे. इससे कार की कीमत प्रतियोगी बनाए रखने में सहायता मिलेगी. अभी पेट्रोल कारों की तुलना में इलेक्ट्रिक कारों की कीमत करीब-करीब 70 फीसदी ज्यादा है.