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महिला आईपीएल  के बहाने….

आज रात 11 बजे तक महिलाओं के लिए खेले जाने वाली आईपीएल के पहले साम्राज्ञी की  ताजपोशी हो जाएगी।  मुंबई पलटन और डेल्ही केपिटल्स के कप्तान हरमनप्रीत कौर औऱ मेग लेनिंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई में कौन जीतेगा ये तो दोनो टीम के बल्लेबाज, गेंदबाज सहित क्षेत्ररक्षकों को तय करना है।

खेल की दुनियां में महिलाओं को पुरुषो से कम सामर्थ्यवान माना जाता है। शारीरिक बनावट के चलते वे शारीरिक और मानसिक रूप से ताकतवर नहीं हो पाती है लेकिन जब लिंग के आधार पर खेल होना तय है तो ये बात बेमानी है कि महिलाओं के खेल की तुलना पुरुषो से किया जाए। महाद्वीप में महिलाएं , पुरुषो के बराबरी का अधिकार रख रही है। खेल की दुनियां में क्रिकेट को ले तो राष्ट्रीय स्तर पर  ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में निजी स्पर्धाएं पहले से हो रही है। बिग बैश, द100 ऐसे महत्वपूर्ण स्पर्धाएं है जिनमे अन्य देश के नामवर महिला क्रिकेटर भाग लेते है।

 भारत मे पुरुषो के आईपीएल को चलते साल हो गए है । इस साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने महिलाओं के लिए भी रास्ता खोल दिया। इस प्रकार के आयोजन की उम्मीद की भी जा रही थी क्योंकि पिछले सात आठ सालों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने देश विदेश में बेहतर प्रदर्शन किया है । मौजूदा  एशिया  चेम्पियन होने के अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम चार टीम में शुमार है। ऐसे में थोड़े से अंतरराष्ट्रीय अनुभव के बल पर आगे बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था।  ये काम हो गया और देश की प्रतिभावान खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, द अफ्रीका, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों के साथ औऱ उनके विरुद्ध एक ही मंच पर खेलने का मौका मिल गया।

इस साल भारत की अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम ने  विश्व चैंपियन होने का गौरव हासिल किया है। इस टीम में सीनियर भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने वाली दो खिलाड़ी कप्तान शेफ़ाली वर्मा और विकेटकीपर ऋचा घोष भी शामिल थे। शेफ़ाली वर्मा  डेल्ही कैपिटल्स से फाइनल में भी शिरकत करेंगी।  अंडर 19 टीम के आधे दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी नीलामी में अनुबंधित हुए है। इनमें से बहुतों को भले ही खेलने का मौका न मिला हो परंतु स्टार खिलाड़ियों के साथ रहने, प्रैक्टिस  करने का अनुभव भी मायने रखता है।

 एक तरफ अनुभव और दूसरी तरफ आर्थिक समृद्धि भी महिला आईपीएल की उपलब्धि माना जाना चाहिए। विदेशी नामवर खिलाड़ियों की तुलना में भारतीय खिलाड़ी ज्यादा  महंगे में बिके।  स्मृति मांधना सबसे महंगी खिलाड़ी रही, दीप्ति शर्मा, शेफ़ाली वर्मा, रेणुका ठाकुर,ऋचा घोष सहित भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर करोड़ो रूपये में अनुबंधित हुए।

  महिला आईपीएल की शुरुवात से सबसे अच्छी बात ये होगी कि अभिभावकों में अपनी बेटियों के लिए पढ़ाई के अलावा खेल को भी केरियर बनाने का विकल्प होगा।  याद करे कि साईना नेहवाल ने जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल करना शुरू किया था उसके बाद देश मे बैडमिंटन का बेहतरीन माहौल बना उसी प्रकार महिला आईपीएल से क्रिकेट जगत में नई संभावनाएं आएंगी। बीसीसीआई के अध्यक्ष, सचिव सहित सभी पदाधिकारी महिला आईपीएल के शानदार आयोजन के लिए बधाई के पात्र है। सबसे बड़े बधाई के पात्र देश विदेश के दर्शक भी है। न केवल दूरदर्शन पर बल्कि स्टेडियम में भी तीस हजार दर्शकों की उपस्थिति ने खेल के रोमांच को बढ़ा दिया। पुरुषो के टेस्ट क्रिकेट देखने इतने दर्शक नही आते है।

महिला क्रिकेटर्स ने भी अपने तरफ से कोई कमी नही छोड़ी है। न्यूजीलैंड की सोफी डिवाइन ने 8 छक्के लगाकर 99 रन की आतिशी पारी खेली। तारा नोरिश ने 5 विकेट हासिल किए। वोंग ने हैट्रिक लिया। आज जब फाइनल खत्म होगा तब  सर्वश्रेष्ठता की नईं कहानी लिखी जाएगी।

स्तंभकार -संजयदुबे

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