कानून व्यवस्था

नेशनल चैंपियनशिप में खेलने गए छत्‍तीसगढ़ हैंडबाल के खिलाड़ी की पश्चिम बंगाल में डूबने से मौत; दो दिन बाद मिली लाश

दुर्ग, छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के पदाधिकारियों की बड़ी लापरवाही के चलते एक खिलाड़ी की मौत हो गई। 27 से 31 मार्च तक असम के गुवाहाटी में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुई छत्तीसगढ़ की एक टीम के खिलाड़ी की हावड़ा के हुगली नदी में डूबने से मौत हुई है। ये टीम 24 मार्च को रायपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थी। 25 मार्च को वे लोग हावड़ा पहुंचे।

कोच के साथ नहाने गया था हुगली नदी

वहां पर एक होटल में सभी खिलाड़ियों और कोच ने एक साथ खाना खाया। उसके बाद कोच सभी खिलाड़ियों को लेकर हुगली नदी के किनारे गया। वहां पर सभी एक साथ नहाने के लिए नदी में उतरे। नहाने के दौरान ही यह खिलाड़ी लापता हुआ। कुछ देर तक उसकी तलाश करने के बाद कोच पूरी टीम को लेकर हावड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचा।

वहां पर आरपीएफ पोस्ट में एक खिलाड़ी के लापता होने की सूचना दी और अगली ट्रेन से सभी को लेकर गुवाहाटी के लिए रवाना हो गया। अगले दिन खिलाड़ी की लाश हुगली नदी के किनारे मिली। इसकी जानकारी मिलते ही खिलाड़ी के परिवार वाले हावड़ा पहुंचे और उन्होंने मृतक की पहचान की है। खिलाड़ी का शव मंगलवार की शाम तक भिलाई लाया जाएगा।

Bhilai: नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेने गए छत्‍तीसगढ़ हैंडबाल के खिलाड़ी की पश्चिम बंगाल में डूबने से मौत, दो दिन बाद मिली लाश

सेक्टर-4 निवासी जावेद खान का इकलौता बेटा सिरान खान (15) हैंडबाल का खिलाड़ी था। जावेद खान एक निजी कंपनी में फायर आफिसर हैं। अच्छा खिलाड़ी होने के कारण सिरान खान को छत्तीसगढ़ की टीम में शामिल किया गया था। 20 से 23 मार्च तक महासमुंद में हैंडबाल टीम का कोचिंग कैंप आयोजित किया गया था।

इसके बाद 24 मार्च को सभी खिलाड़ी गुवाहाटी (असम) के लिए निकले थे। उनके साथ जिला हैंडबाल संघ के सचिव व हैंडबाल टीम के कोच सैय्यद इमरान अली और टीम मैनेजर हिमांशु साहू के नेतृत्व में ये टीम रवाना हुई थी। मृतक खिलाड़ी सिरान खान के परिवार से जुड़े लोगों ने परिवार वालों के हवाले से जानकारी दी है कि 25 मार्च को सैय्यद इमरान अली और हिमांशु साहू सहित सभी खिलाड़ी हावड़ा रेलवे स्टेशन पर उतरे। वहां पर एक होटल में खाना खाने के बाद सभी एक साथ नहाने के लिए हुगली नदी पर पहुंचे। नहाने के दौरान ही सिरान लापता हो गया और 26 मार्च को उसकी लाश मिली। चूंकि सिरान के लापता होने की सूचना आरपीएफ के पास थी। इसलिए आरपीएफ ने हैंडबाल टीम के लोगों को इसकी जानकारी दी।वहां से सिरान के परिवार वालों को बताया गया।

जानकारी मिलते ही सिरान के पिता जावेद खान और चाचा फिरोज खान हावड़ा के लिए रवाना हुए। दोनों ने सोमवार को लाश देखकर उसकी पहचान सिरान खान के रूप में की। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को उसकी लाश को लेकर वे भिलाई लौटेंगे। सिरान खान कक्षा 10वीं का छात्र था।

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