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Film Festival; वर्ष 2023 में छत्‍तीसगढ़ के 5974 लोगों की सड़क हादसे में मौत, सड़क सुरक्षा फिल्म महोत्सव में CM साय ने बताई वजह

रायपुर,  एक आंकड़े के अनुसार देश में डेढ़ लाख से ज्‍यादा लोग बेमौत मारे जाते हैं। अगर छत्‍तीसगढ़ की बात करें तो 2023 में प्रदेश में कुल 13499 सड़क हादसे हुए, जिसमें पांच हजार 974 लोगों की मौत हुई। यातायात के नियमों का पालन नहीं करने के कारण कैसे बेसमय लोग काल के ग्रास में चले जाते हैं ये हम लोगों ने अभी लघु फिल्‍म देखा है। सभी को मालूम है कि थोड़ी-सी लापरवाही के कारण किसी के घर का चिराग बुझ जाता है तो किसी के मांग का सिंदूर मिट जाता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में कहीं।

सीएम साय ने कहा, हेलमेट नहीं पहनने से सिर पर चोट लगती है और ज्‍यादातर मौत उसी से होती है। यातायात विभाग लोगों को जागरुक करने के लिए समय-समय पर अभियान चलाते रहता है। लेकिन हम लोगों को भी जागरूक होना चाहिए और यातायाता के नियमों का पालन करें। आजकल ज्‍यादातार दुर्घटनाएं मोबाइल और नशे में वाहन चलाने की वजह से हो रही हैं। निश्चित तौर पर यातायात विभाग का यह कार्यक्रम मील का पत्‍थर साबित होगा। लोगों को जागरूक करने के लिए यातायात विभाग इस तरह के कार्यक्रम को आगे भी आयोजित करते रहे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके मुख्यमंत्री ने यातायात संदर्शिका और पोस्टर का विमोचन भी किया। राजधानी में दो दिवसीय लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में किया गया है। महोत्सव के दौरान सड़क सुरक्षा प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने अतिथियों के साथ अवलोकन किया।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव के लिए अब तक उत्तर प्रदेश गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, बिहार, पंजाब, असम, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, हरियाणा, झारखण्ड, दिल्ली, उड़ीसा सहित अन्य राज्यों से तथा छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभागियों के पंजीकरण हुए है।

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव, छत्तीसगढ़ 2024 में दो श्रेणियों में प्रस्तुतियां स्वीकार की गयी है, इनमें (1) छत्तीसगढ़ी भाषा (छत्तीसगढ़ी, गोडी, धुर्वा, भतरी, दोरली, संबलपुरी, कुड़ख, सदरी, बैगानी, कमारी, औरिया, सरगुजिया, दंतेवाड़ा गोड़ी आदि) और (2) अन्य भारतीय भाषा, सभी प्रविष्टियों के लिए हिंदी में उपशीर्षक अनिवार्य किया गया है।

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