ADMISSION; बीएड-डीएलएड की खाली सीटों में होगा प्रवेश, जल्द जारी होगी समय-सारिणी, तीन हजार से ज्यादा सीटें खाली
रायपुर , प्रदेश के बैचलर आफ एजुकेशन(बीएड) और डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन(डीएलएड) पाठ्यक्रम की प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अभी भी बीएड में 2400 और डीएलएड में 850 सीटें खाली हैं। इन खाली सीटों में प्रवेश के लिए जल्द ही समय-सारिणी जारी की जाएगी। प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने के कारण आचार संहिता लागू है, आचार संहिता हटते ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।
एससीईआरटी की तरफ से प्रवेश प्रक्रिया अलग-अलग दो चरण में पूरी की गई। हर चरण में छात्रों को दो-दो राउंड में प्रवेश लेने का समय दिया गया। इसके बावजूद भी बीएड और डीएलएड की सीटें खाली रह गई हैं। राज्य में बीएड की पढ़ाई लगभग 146 कालेज में हो रही है। यहां 14,400 सीटें हैं, जबकि 91 कालेजों में डीएलएड की 6,725 सीटें हैं।
निजी बीएड कालेजों में दूसरे राज्य के छात्रों के लिए 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित हैं। वहीं शासकीय और अनुदान प्राप्त कालेजों में दूसरे राज्यों के छात्रों के लिए एक भी सीट नहीं है। शासकीय कालेजों की बीएड और डीएलएड की सीटें प्रथम चरण की काउंसिलिंग में ही भर गई हैं। निजी कालेजों में ही सीटें खाली हैं।
मतगणना के बाद बढ़ सकती है प्रवेश तिथि
मतगणना यानी तीन दिसंबर के बाद बीएड और डीएलएड की खाली सीटों में प्रवेश की तिथि बढ़ाने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि आचार संहिता हटने के बाद खाली सीटों में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। हर वर्ष प्रवेश तिथि बढ़ाई जाती रही है। प्रदेश में संचालित निजी डीएलएड कालेजों में पहली बार आरक्षण नियम के मुताबिक प्रवेश हुए हैं। राज्य के 72 निजी कालेजों में डीएलएड की लगभग पांच हजार सीटें हैं।
91 कालेजों में डीएलएड की पढ़ाई
डीएलएड के अलावा अन्य पाठ्यक्रमों में पहले से प्रवेश आरक्षण के हिसाब से ही होता था। प्रदेश में सरकारी और निजी कालेजों को मिलाकर 91 कालेजों में डीएलएड की पढ़ाई होती है। 58 प्रतिशत आरक्षण के हिसाब से छात्रों को सीटें आवंटित की गई थी। पिछले वर्ष भी डीएलएड की लगभग एक हजार सीटें खाली रह गई थीं।