राज्यशासन

JUNGLE SAFARI; बिजली के शावकों के नामकरण की तैयारी, अगस्त में बाघिन ने दिया था जन्म

रायपुर , जंगल सफारी में अगस्त में बाघिन बिजली ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन अब तक इन शावकों का नामकरण नहीं हुआ है। बताया जाता है कि इन शावकों के नाम संभवत: राम, लक्ष्मण, भरत रख सकते हैं। इसके लिए जंगल सफारी प्रबंधक ने बड़े अधिकारियों से अनुमति मांगी है।

डाक्टरों ने बताया कि बाघिन बिजली ने जिन शावकों को जन्म दिया है, उसमें तीन नर और एक मादा हैं। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल अभी यह भी तय नहीं है कि शावकों को ‘जू ‘में रखेंगे या सफारी में। इन शावकों को जन्म देने वाली बिजली की उम्र साढ़े सात साल की है। फिलहाल इन सभी को सुरक्षित पिंजरे में रखा गया है।

बताया जाता है कि जन्म के बाद छह माह तक शावकों में संक्रमण फैलाने का डर अधिक रहता है। इस वजह से उन्हें पिंजरे में ही रखा गया है। अब छह माह से अधिक के हो गए। अब उन्हें पिंजरे से बाहर निकालने की तैयारी है। पर्यटक जल्दी ही देख सकेंगे।

बाघिन बिजली का नामकरण भी जंगल सफारी में हुआ था

अफसरोंं ने बताया कि जंगल सफारी में बाघों की संख्या सात से 11 हो गई है। बिजली बाघिन भी यहीं की है। उसका नामकरण 2017 में हुआ था। अब बाघिन के शावकों को संक्रमण का खतरा नहीं है। उन्होंने बताया कि जंगल सफारी में चार साल के बाद नए मेहमान आने की खुशी में दो प्रसूति गृह बनाए गए थे, जिनमें शावकों के जन्म से 15 दिन पहले बाघिन को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया था।

Related Articles

Back to top button